Egypt Latest News: मौजूदा समय में मिस्र का हाल बेहाल है. आलम यह है कि देश चलाने के लिए उसके पास पैसे नहीं है. ऐसी स्थिति में उसने अपने प्रमुख शहरों को बेचना शुरू कर दिया है. हालांकि, इसके बावजूद भी वहां की स्थिति कुछ बदलती हुई नजर नहीं आ रही है. इसी वजह से मौजूदा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. आर्थिक कंगाली के बावजूद अब्देल फतह अल-सिसी की सरकार ने दुनिया के महत्वपूर्ण जलमार्ग स्वेज नहर को और सुविधाजनक बनाने के लिए उसपर काम करने का फैसला लिया है. 


दरअसल, स्वेज नहर के माध्यम से दुनिया के 12 प्रतिशत समुद्री व्यापार होते हैं. यह नहर मिस्र की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव डालती है. एससीए के अध्यक्ष ओसामा रबी के अनुसार मौजूदा समय में 2 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को व्यवहार्यता अध्ययन का काम सौंपा गया है. ये कंपनियां सिंगल-लेन खंडों को डबल लेन क्रॉसिंग में बदलने के लिए कार्य करेंगी. 


ओसामा रबी के मुताबिक इस परियोजना पर विचार आज नहीं बल्कि तब से चल रही थी जब 2021 में एक जहाज की वजह से स्वेज नहर के यातायात में 6 दिन का अवरोध उत्पन्न हो गया था. इस अवरोध की वजह से यूरोप और एशिया के बीच उद्योग यातायात काफी प्रभावित हुआ था. 


गौरतलब हो कि स्वेज नहर से होने वाली आमदनी मिस्र के विदेशी मुद्रा राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है. नई परियोजना की लागत करीब 8.2 बिलियन डॉलर बताई जा रही है. 


राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी 2014 में मिस्र के राष्ट्रपति बने थे. उनके कार्यकाल में कई परियोजनाओं को पूरा किया गया है. बड़ी परियोजनाओं में एक स्वेज नहर के दोहरीकरण का भी प्लान था.


अब्देल फतह अल-सिसी का मानना है कि स्वेज नहर के दोहरीकरण से मिस्र के राजस्व में वृद्धि होगी. यही नहीं उनके मुताबिक इस परियोजना से मिस्र की आर्थिक समस्याएं भी कम होंगी.


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