टूरिस्ट ने बनाई दूरी, जहाजों ने बदला रास्ता, इजरायल-हमास की लड़ाई में ये पड़ोसी मुल्क हो रहा तबाह
Egypt Latest News: मिस्र को 2022-23 में स्वेज नहर से 9.4 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त हुआ था. वह जारी साल में पिछले साल की तुलना में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
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Egypt Latest News: पिछले 2 सालों से इजराइली सेना और हमास के लड़ाके गाजा में आमने-सामने हैं. दोनों देशों के बीच जारी लड़ाई में मिस्र की स्थिति बेहद खराब होती जा रही है. मौजूदा समय में इजराइली सेना मिस्र की सीमा से सटे रफाह क्षेत्र तक पहुंच गई है. मिस्र में विदेशी मुद्रा के 2 मुख्य स्रोत वहां के पर्यटन स्थल और स्वेज नहर है. हालांकि, पड़ोसी देशों में जारी युद्ध के बीच पर्यटकों ने मिस्र से दुरी बना ली है. यही वजह है कि पहले ही कंगाली की स्थिति से गुजर रहे मिस्र को इजराइल-हमास युद्ध से भी नुकसान हो रहा है.
साल 2022 में करीब 30 लाख मिस्रवासियों को पर्यटन से रोजगार मिला था. मिस्रवासियों को पहले कोविड से झटका लगा. अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे इस झटके से उबर रही थी कि अब उसे इजराइल और हमास के युद्ध से नुकसान हो रहा है.
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के मुताबिक मिस्र के पर्यटन राजस्व में पिछले साल की तुलना में करीब 10 से 30 प्रतिशत की गिरावट आने की उम्मीद जताई जा रही है. अगर यह नुकसान होता है तो देश की विदेशी मुद्रा भंडार में 4 से 11 प्रतिशत कमी आ सकती है.
स्वेज नहर एशिया को यूरोप जोड़ता है. हालांकि, हाल के दिनों में हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर हुए हमले के बाद शिपिंग कंपनियां रास्ता बदलने पर मजबूर हो गई हैं. इसका असर भी मिस्र की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है.
मिस्र को 2022-23 में स्वेज नहर से 9.4 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त हुआ था. वहीं जारी साल में पिछले साल की तुलना में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज आई है.
इसके अलावा इजरायल-हमास युद्ध से मिस्र की गैस अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा है. इजराइल ने पिछले साल 9 क्टूबर को अपने दक्षिणी तटीय शहर अशदोद से 25 किमी दूर तमार गैस क्षेत्र से निष्कर्षण को अस्थायी रूप से रोक दिया है.
मिस्र की एक प्रमुख समस्या शरणार्थियों को अपनी सीमा में आने से रोकना भी है. यहां पहले से ही करीब 9 मिलियन शरणार्थी मौजूद हैं. ऐसे में अगर दोनों देशों की लड़ाई में विस्थापित होकर यहां और शरणार्थी आते हैं तो उसके लिए यह बड़ी समस्या है.
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