PM Modi Speaks Abdel Fattah Al Sisi: इजरायल और हमास की जंग के बीच शनिवार (28 अक्टूबर) को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया है. मिस्र के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से बताया कि दोनों नेताओं ने गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य अभियानों के अपडेट और नागरिक जीवन पर इसके विनाशकारी प्रभावों या पूरे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए पैदा हुए खतरे के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया.
पीएम मोदी के साथ मिस्र के राष्ट्रपति की क्या हुई बात?
प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति अल-सिसी ने संघर्ष विराम की दिशा में आगे बढ़ने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में समन्वय के मिस्र के प्रयासों को जारी रखने की बात कही. उन्होंने गाजा में इजरायल के जमीनी हमले गंभीर, मानवीय और सुरक्षा से संबंधित परिणामों को लेकर चेताया. उन्होंने राजनयिक स्तर पर तत्काल समाधान खोजने के लिए एकीकृत अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया.
प्रवक्ता ने कहा कि 26 अक्टूबर को जारी संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक प्रस्ताव के अनुसार राष्ट्रपति अल-सिसी ने मानवीय आधार पर गाजा में तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया, जिससे लोगों की जानें बचेंगी और मानवीय मदद बगैर किसी रुकावट के उस क्षेत्र में पहुंच सकेगी.
मिस्र-भारत संबंधों पर जाताया संतोष
प्रवक्ता ने कहा कि फोन पर बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने मिस्र और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों और रणनीतिक साझेदारी के उच्च स्तर को लेकर संतोष जताया और दोनों मित्र देशों के बीच आपसी सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में देशों की संस्थाओं का नेतृत्व जारी रखने का दृढ़ संकल्प दोहराया.
इजरायली और फिलिस्तीनियों को मिलाकर अब तक 9 हजार से ज्यादा मौतें
बता दें कि कई जानकार इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग के दूरगामी परिणामों को लेकर आशंकित हैं. इजरायली सेना कह चुकी है कि वह गाजा में व्यापक जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रही है. इस बीच इजरायली सेना ने गाजा में एयरस्ट्राइक के अलावा जमीनी छापे भी मारे हैं, जिसमें हमास के कई ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया गया है. करीब तीन हफ्ते से जंग जारी है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली हमलों में गाजा में अब तक 7,703 फिलिस्तीनी मारे गए हैं जबकि इजराइल के 1,400 से ज्यादा लोग जानें गंवा चुके हैं.