(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan: पाकिस्तान में जल्द चुनाव की संभावना नहीं, शरीफ सरकार ने अगस्त 2023 तक कार्यकाल पूरा करने का फैसला किया
Pakistan: अगस्त 2023 तक कार्यकाल पूरा करने का निर्णय प्रधानमंत्री शरीफ की अध्यक्षता में गठबंधन सहयोगियों की बैठक के दौरान किया गया. बैठक में देश की समग्र राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई थी.
Pakistan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने अपने संवैधानिक कार्यकाल को अगले साल अगस्त तक पूरा करने का फैसला किया है. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है. शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के तहत नवगठित सरकार आर्थिक स्थिति के कारण दबाव में है क्योंकि अमेरिकी डॉलर पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले ऐतिहासिक ऊंचाई पर है. घटते विदेशी मुद्रा भंडार, बढ़ते पुनर्भुगतान के कारण नकदी की कमी वाले देश को विदेशी सहायता की सख्त जरूरत है.
69 वर्षीय क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान 10 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बाहर कर दिए. वह अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर होने वाले पाकिस्तान के पहले पीएम बन गए. इमरान इसके बाद से ही जल्द चुनाव की मांग करते आए हैं. पीएमएल-एन नेता शहबाज शरीफ (70) ने 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री पद ग्रहण किया. वर्तमान सदन का कार्यकाल अगस्त, 2023 में समाप्त होगा.
गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठक में लिया गया फैसला
जियो न्यूज को सूत्रों ने बताया कि अगस्त 2023 तक कार्यकाल पूरा करने का निर्णय प्रधानमंत्री शरीफ की अध्यक्षता में गठबंधन सहयोगियों की बैठक के दौरान किया गया था. बैठक में देश की समग्र राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई थी. जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (पाकिस्तान) के खालिद मकबूल सिद्दीकी और संघीय मंत्री आजम नजीर तरार, ख्वाजा आसिफ और मरियम औरंगजेब बैठक का हिस्सा थे.
सहयोगियों का शरीफ को आश्वासन हर स्थिति में खड़े रहेंगे साथ
पीएमएल-एन के सहयोगियों ने शरीफ को आश्वासन दिया कि वे पार्टी के साथ हैं और हर फैसले पर उनके साथ खड़े रहेंगे. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए तत्काल उपाय करने की भी सलाह दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक के प्रतिभागियों ने फैसला किया कि देश को आर्थिक उथल-पुथल से बाहर निकालने के लिए सरकार अपना संवैधानिक कार्यकाल पूरा करेगी.
अधिकारियों ने बताया कि गठबंधन सहयोगियों ने आर्थिक टीम को पाकिस्तानी रुपये को स्थिर करने के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी. उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष कार्यक्रम को अंतिम रूप देने की भी सिफारिश की.
बाजार में अनिश्चितता के बीच गुरुवार को रुपया-डॉलर की समता घटकर 195.65 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर पर आ गई. पिछले हफ्ते, एशियाई विकास बैंक ने संकेत दिया कि वह पाकिस्तान को अतिरिक्त ऋण के रूप में 2.5 बिलियन अमरीकी डालर प्रदान करेगा, जिसमें इस साल के अंत से पहले 1.5 बिलियन अमरीकी डालर भी शामिल है.
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