Elon Musk Vs Twitter: अरबपति और टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने अदालत में जावाब दाखिल करते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर डेटा सुरक्षा खामियों का आरोप लगाया है. मस्क ने जवाब दाखिल करते हुए अदालत से आग्रह किया है कि उन्हें 44 अरब डॉलर के सौदे को खत्म करने की अनुमति दी जाए. ट्विटर व्हिसलब्लोअर के आरोपों को अपनाते हुए मस्क ने अपने पहले से दायर मामले में बदलाव करते हुए अदालत में जवाब दाखिल किया. मस्क ने ट्विटर पर यूजर्स के डेटा को लेकर फेडरल ट्रेड कमीशन के साथ 2011 के समझौते का पालन नहीं करने का भी आरोप लगाया है.
एक तरफ एलन मस्क ट्विटर खरीदने के समझौते को खत्म करने की कोशिशें कर रहे हैं तो वहीं, ट्विटर शेयर होल्डर्स ने बायआउट डील का समर्थन किया है. ट्विटर ने याचिका दायर कर अदालत से मांग की है कि मस्क डील को पूरा करें लेकिन मस्क ने यह कहते हुए डील खत्म कर दी कि उन्हें ट्विटर को लेकर भ्रामक जानकारी लगी.
काउंटरसूट में मस्क ने क्या कहा
संशोधित काउंटरसूट में कहा गया, ''कहने की जरूरत नहीं है नए खुलासे बगैर संदेह यह स्पष्ट करते हैं कि मस्क पार्टियों को स्वतंत्र रूप से कई पर्याप्त कारणों से विलय समझौते से अलग होने का पूरा अधिकार है.'' मस्क ने ट्विटर के पूर्व सुरक्षा प्रमुख पीटर जाटको (व्हिसलब्लोअर) के बयानों का अदालत में हवाला दिया. जाटको ने भी ट्विटर की डेटा सुरक्षा संबंधी खामियां उजागर की थी, जिन्हें कंपनी ने काम से निकाल दिया था. वहीं, कंपनी ने कहा था कि जाटको अपने पद के अनुसार जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे थे.
बता दें कि एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब करीब 44 अरब डॉलर में कंपनी खरीदने का सौदा किया था, जिसे बाद में उन्होंने रद्द कर दिया था. मस्क ने आरोप लगाया था कि ट्विटर ने उन्हें फर्जी खातों की डिटेल उपलब्ध नहीं कराई. मस्क ने सौदा रद्द करने के बड़े कारणों में से एक ट्विटर के व्हिसल ब्लोअर के पेमेंट का मुद्दा बताया था. वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क के वकीलों ने कहा था ट्विटर ने पीटर जाटको और उसके वकीलों को 7.75 मिलियन डॉलर का पेमेंट करने से पहले उनकी सहमति नहीं ली, जिससे विलय समझौते का उल्लंघन हुआ, इसलिए सौदे को पूरा करना जरूरी नहीं था. मस्क ने सौदा रद्द करते हुए कहा था कि ट्विटर पर बॉट्स, स्पैम और फर्जी खाते हैं, इसलिए उन्हें डील खत्म करनी पड़ी.
ये भी पढ़ें-
SCO Summit 2022: खाद्य संकट, यूक्रेन युद्ध और आपसी सहयोग... जानें SCO समिट में क्या बोले PM मोदी
अमेरिका में श्वेतों को सर्वोच्च मानने वाली मानसिकता, घृणा अपराध के लिए कोई स्थान नहीं: बाइडेन