बिटकॉइन में एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने 1.5 बिलियन डॉलर का किया निवेश, उच्चतम स्तर पर पहुंची कीमत
दुनिया की दिग्गज कंपनियों में से एक टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया है. इसके बाद बिटकॉइन की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची और आंकड़ा 44,000 डॉलर को पार कर गया. टेस्ला के निवेश के बाद भविष्य में दूसरी कंपनियों के भी बिटकॉइन में निवेश करने की उम्मीद जताई जा रही है.
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत अपने सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं. बिटकॉइन मे यह उछाल टेस्ला इंक के 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश के बाद आया है. टेस्ला के रेगुलेटरी फाइलिंग में इसका खुलासा होने के बाद बिटकॉइन की कीमतों में 15 फीसदी तक उछाल आया और पहली बार इसकी कीमतें 44,000 डॉलर के पार हो गई.
टेस्ला ने यह भी कहा कि वह अपनी इलेक्ट्रिक कारों के डिजिटल क्वॉइन के रूप में पेमेंट लेना शुरू करेगी. इंवेस्टमेंट के बाद टेस्ला इस विवादास्पद क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट करने वाली सबसे बड़ी कंपनी बन गई है.टेस्ला दुनिया की सबसे प्रभावशाली कंपनियों में से एक है और अरबपति एलन मस्क का क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट करना एक बड़ा संकेत है. क्रिप्टोकरेंसी की पॉलिसीमेकर्स मनी लॉन्ड्रिंग और फ्रॉड को लेकर आलोचना करते रहे हैं.
आगामी समय में और बड़ी कंपनियां कर सकती हैं निवेश लंदन में नेक्सो के मैनेजिंग पार्टनर और सह-संस्थापक एंटोनी ट्रेंशेव ने कहा, "बिटकॉइन के लिए दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया है और बिटकॉइन को इससें इंस्टीट्यूशनल एडोप्शन मिलेगा. टेस्ला ने अब रास्ता बना दिया है" एंटोनी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2022 के अंत तक एसएंडपी 500 कंपनियों में से कम से कम 10 फीसदी कंपनिया बिटकॉइन में निवेश करेंगी.
बढ़ सकता है बिटकॉइन में निवेश का ट्रेंड दूसरी कई कंपनियों ने भी बिटकॉइन में निवेश किया है. माइक्रोस्ट्रेटजी इंक ने 1.1 बिलियन डालर इस पर खर्च किए हैं. स्क्वायर इंक ने भी निवेश की घोषणा की थी. इसे क्रिप्टोकरेंसी की लंबे समय से वकालत कर रहे जैक डोर्सी हैड कर रहे हैं. अक्टूबर में कंपनी की घोषणा में कह गया कि उसने 2020 की दूसरी तिमाही में लगभग 50 मिलियन डॉलर की संपत्ति को क्रिप्टो में बदल दिया है. मिलर वैल्यू पार्टनर्स के बिल मिलर जैसे पेशेवरों ने कहा है कि आने वाले वक्त में इस ट्रेंड में और बढ़ोतरी होगी.
यह भी पढ़ें
विजय माल्या को कोर्ट से मिली थोड़ी राहत, खर्चे के लिए पैसा निकालने की इजाजत
म्यांमार की सैन्य सरकार ने लगाया कर्फ्यू, पांच लोगों से ज्यादा इकट्ठा होने पर पाबंदी