Presidential Medal Freedom Award: राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार (4 जनवरी) को जॉर्ज सोरोस को प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया. इस पर एलन मस्क ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे एक "त्रासदी" बताया. मस्क ने दावा किया कि सोरोस "मूल रूप से मानवता से नफरत करते हैं".
एलन मस्क के बाद रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने भी बाइडेन के फैसले का विरोध किया. GOP नेता निक्की हेली ने इसे "अमेरिका के चेहरे पर और एक थप्पड़" बताया और बाइडेन के राजनीतिक एजेंडों की आलोचना की. वहीं डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने सोरोस को मिलने वाले इस सम्मान के खिलाफ एक वायरल वीडियो शेयर किया जिसमें एक पिज्जा डिलीवरी ड्राइवर ने आग में घिरे पांच बच्चों की जान बचाई. ट्रंप जूनियर ने कहा "इस व्यक्ति को प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम मिलना चाहिए न कि सोरोस को."
जॉर्ज सोरोस के योगदान को सराहा गया
सोरोस जो अपनी वैश्विक परोपकारिता और मानवाधिकारों के समर्थन के लिए जाने जाते हैं. उन्हें ये पुरस्कार लोकतंत्र, शिक्षा और न्याय को बढ़ावा देने में किए गए उनके प्रयासों के लिए दिया गया. बताया जाता है कि उनका संघर्ष नाजी-नियंत्रित हंगरी में बचपन से लेकर खुले समाजों और सामाजिक न्याय के लिए एक प्रमुख समर्थक बनने तक का रहा है. सोरोस के बेटे अलेक्जेंडर सोरोस ने अपने पिता के नाम पर पुरस्कार स्वीकार करते हुए उन्हें "अमेरिकी देशभक्त" कहा.
हालांकि सोरोस को उनके परोपकार के लिए सराहा जाता है लेकिन, उनकी राजनीतिक सक्रियता हमेशा विवादास्पद रही है. वह डेमोक्रेटिक पार्टी के एक अहम मेंबर रहे हैं और उनके द्वारा समर्थित प्रोग्रेसिव जिला अटॉर्नी भी आलोचनाओं का शिकार हुए हैं. ऐसे में विपक्ष उनके अंतरराष्ट्रीय सक्रियता पर भी टिप्पणियां करते रहे हैं.
सोरोस का सम्मान विवादों में घिरा
इस बार प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम का सम्मान हासिल करने वालों में फुटबॉल स्टार लियोनेल मेस्सी, बास्केटबॉल खिलाड़ी मैजिक जॉनसन, संगीतकार और कार्यकर्ता बॉनो और अभिनेता माइकल जे. फॉक्स शामिल हैं. इनमें सोरोस का नाम सबसे ज्यादा विवादास्पद बना हुआ है जिससे उनकी विरासत को लेकर राजनीति और संस्कृति के बीच विभाजन और गहरा हो गया है.