Twitter: एलन मस्क ने पिछले साल ट्विटर को लगभग 44 मिलियन डॉलर में खरीदा था. ट्विटर (Twitter) को खरीदने के बाद एलन मस्क ने बहुत सारे स्टाफ को बाहर भी निकाल दिया. इसके बाद ब्रिटिश ब्रॉडकास्ट बीबीसी ने शनिवार (4 फरवरी) को बताया कि ट्विटर से निकाले गए कुछ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील ने कहा कि सोशल मीडिया दिग्गज पर मुकदमा करने वाले पूर्व-ट्विटर कर्मचारियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.


वकील लिसा ब्लूम ने कहा कि वह पहले से ही मस्क की तरफ से निकाले गए लगभग 100 लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, जो अनुबंध उल्लंघनों और भेदभाव को लेकर ट्विटर पर मुकदमा करने वाले हैं. दुनिया भर से पूर्व-ट्विटर कर्मचारी बिना किसी खास वजह के निकाले जाने से गुस्से में हैं. इस लिस्ट में वो लोग भी शामिल हैं, जो अफ्रीका के घाना में काम करते थे. 


150 लोगों की टीम को एक रात में हटाया


ब्लूम के एक क्लाइंट आमिर शेवत ने बीबीसी को बताया कि उनकी टीम में 150 लोग शामिल थे. वो कंपनी के प्रोडक्ट चीफ थे. उन्होंने कहा कि मस्क 44 मिलियन डॉलर की कंपनी को खरीद कर असफल हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि उनकी लगभग पूरी टीम को एक रात में ही खत्म कर दिया गया था. हमें एक ईमेल मिला, जिसमें कहा गया था कि किसी प्रकार का बदलाव किया जा रहा है और फिर मैं अपनी टीम के साथ बात कर रहा था और एक के बाद एक वे मुझे बता रहे थे कि उनका कंप्यूटर बंद हो गया है.


4000 हजार लोगों को निकाला गया 


शेवत ने कहा कि उन्होंने कर्मचारियों की संख्या घटाने का विरोध नहीं किया लेकिन जिस तरह से इसे ट्विटर पर लागू किया गया वह चिंताजनक है. फर्म की गहरी देखभाल करने वाले इंजीनियरों को भी निकाल दिया गया, जिससे वे बहुत निराश हो गए. इसे करने का तरीका कानूनी होना चाहिए था. इन सभी तरह के तरीके में एलन असफल रहे. वहीं उन्होंने कहा कि कंपनी से निकालने के बाद 4 महीने की सैलरी देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने सिर्फ 1 महीने की ही सैलरी मिली. ट्विटर से 4000 हजार लोगों को निकाला गया है.


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