वॉशिंगटनः अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने शुक्रवार को कहा कि एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX को चंद्रमा पर जाने के लिए स्पेसक्राफ्ट बनाने का 2.9 अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. मस्क की कंपनी 2024 की शुरुआत में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाला स्पेसक्राफ्ट बनाएगी. एलन मस्क की कंपनी ने जेफ बेजोस की कंपनी को पछाड़कर यह कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है. फोर्ब्स के अनुसार जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और एलन मास्क अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं.
मस्क की स्पेसएक्स ने अकेले बोली लगाई, जबकि अमेजन के संस्थापक बेजोस की ब्लू ओरिजिन ने लॉकहीड मार्टिन कॉर्प, नॉर्थरोप ग्रुमैन कॉर्प और ड्रेपर के साथ मिलकर बोली लगाई. वहीं इस कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने की रेस में शामिल रही एक ओर कंपनी डायनेटिक्स, लीदोस होल्डिंग्स इंक की एक यूनिट है.
आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है ये कॉन्ट्रैक्ट
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी का स्पेसएक्स के साथ पहले वाणिज्यिक मानव लैंडर के लिए किया गया यह कॉन्ट्रैक्ट उसके आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है. कॉन्ट्रैक्ट के बाद नासा ने कहा कि लैंडर दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की सतह पर ले जाएगा.
एलन ने ट्वीट कर शेयर की जानकारी
नासा के कार्यवाहक प्रशासक स्टीव जुर्स्की ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान घोषणा करते हुए कहा, "हमें जल्द से जल्द अगली लैंडिंग पूरी करनी चाहिए." जुर्स्की ने कहा कि, यदि वे इसे पूरा कर पाते हैं तो 2024 में हम चंद्रमा की सतह पर पहुंचने की तैयारी कर सकत हैं. वहीं, एलन मस्क ने कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद ट्विटर लिखा, "नासा रूल्स !!"
2024 तक चंद्रमा की सतह मानव भेजने का लक्ष्य
नासा ने कहा कि स्पेसएक्स की स्टारशिप में अंतरिक्ष यात्रियों की मून वॉक के लिए एक बड़ा केबिन और दो एयरलॉक शामिल हैं और इसका आर्किटेक्टर चंद्रमा, मंगल और अंतरिक्ष में दूसरे डेस्टिनेशन के लिए रीयूजेबल लॉन्च और लैंडिंग सिस्टम के तहत डेवलप किया जाएगा. स्पेसएक्स का स्पेसक्राफ्ट करीब पांच दशक बाद पहली बार चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारेगा. नासा ने अपने आर्टेमिस प्रोग्राम के तहत 2024 तक चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्री को उतारने का लक्ष्य बनाया है.
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