Emergency In Ecuador: इक्वाडोर में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार फर्नांडो विलाविसेंशियो की हत्या के बाद गुरुवार को आपातकाल की घोषणा कर दी गई. आपातकाल की स्थिति घोषित करने के साथ ही सरकार ने जनता से विलाविसेंशियो की हत्या जांच में मदद करने की अपील की है. बता दें कि फर्नांडो की हत्या के बाद से ही देश के कई शहरों में हालात लगातार बेकाबू हो गए थे. जिसको लेकर हुए आपातकाल की घोषणा की गई. 


यूट्यूब पर प्रसारित एक संबोधन में इक्वाडोर के राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो ने आपातकाल की घोषणा की. वहीं, इस मामले में पुलिस ने कहा कि 59 वर्षीय पत्रकार और भ्रष्टाचार विरोधी योद्धा फर्नांडो विलाविसेंशियो की हत्या के मामले में छह कोलंबियाई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही एक अन्य हमलावर को सुरक्षा एजेंटों ने गोली मार दी है. गृह मंत्री जुआन ज़पाटा ने कहा कि हमलावर "संगठित अपराध समूहों" से थे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कौन से ग्रुप के सदस्य थे. 


हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा: राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो


इक्वाडोर के राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो ने दो महीने के आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो ने मदद के लिए देश के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है, जल्द ही प्रतिनिधिमंडल  यहां पहुंचेगा. गौरतलब है कि फर्नांडो की हत्या पर  गुइलेर्मो लासो ने कहा था कि उनकी हत्या से मैं स्तब्ध हूं. मेरी संवेदनाएं उनकी पत्नी और बेटियों के साथ है. मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा. 


लगातार मिल रहीं थीं धमकियां
 
बता दें कि फर्नांडो की बुधवार रात राजधानी क्विटो में एक रैली से निकलते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अपनी हत्या से कुछ दिन पहले फर्नांडो ने देश के सबसे शक्तिशाली ड्रग गिरोहों में से एक 'लॉस चोनेरोस' से धमकियां मिलने की शिकायत की थी. फर्नांडो ने धमकी देने वाले गिरोह की जगह चोन में इस सप्ताह की शुरुआत में एक रैली में कहा था कि 'उन्होंने मुझसे बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने के लिए धमकी दी है लेकिन मुझे इसकी ज़रूरत नहीं है. हमलावरों को आने दो! वे मुझ पर हमला कर सकते हैं लेकिन वे मुझे कभी तोड़ नहीं सकते.'


लोकप्रिय उम्मीदवार थे विलाविसेंशियो


गौरतलब है कि हालिया जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, राष्ट्रपति पद की दौड़ में आठ उम्मीदवारों में विलाविसेंशियो दूसरे सबसे लोकप्रिय थे. उन्होंने हाल ही में एक भ्रष्टाचार नेटवर्क का पर्दाफाश किया था, जिसके कारण पूर्व राष्ट्रपति राफेल कोरिया को आठ साल जेल की सजा सुनाई गई. हालांकि राफेल कोरिया की गिरफ्तारी नहीं हो पाई. रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल वो बेल्जियम में निर्वासन में रह रहा है.


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