टोक्योः जापान में युवराज नारुहितो के मध्यरात्रि को आधिकारिक रूप से नया सम्राट बनने के साथ एक नए युग की शुरुआत हो गई. नारुहितो अपने पिता अकिहितो के ऐतिहासिक रूप से पद त्यागने के बाद सम्राट बने. 59 साल के नारुहितो बुधवार को होने वाले समारोह में औपचारिक रूप से पवित्र राजसी पदवी ग्रहण करेंगे.
अपने अंतिम भाषण में अकिहितो ने ''जापान के लोगों का हृदय से आभार जताया'' और कहा कि वह ''जापान और पूरी दुनिया में सभी लोगों की शांति और खुशी के लिए प्रार्थना करेंगे.''
समारोह के दौरान काफी संख्या में अतिथि मौजूद थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह समारोह करीब 10 मिनट तक चला. पिछले 200 साल में पहली बार हुआ है कि कोई राजा अपने जीते जी किसी को गद्दी सौंप दिया हो.
रीति रिवाज के साथ टोक्यो के इंपेरियल पैलेस में 85 साल के अकिहितो ने अपनी गद्दी अपने बेटे को सौंपा. गद्दी मिलने के बाद उन्होंने देश की जनता को संबोधित किया.
टोक्यो में जारी बारिश के बावजूद कई जाने माने लोगों ने इस समारोह में हिस्सा लिया. समारोह में प्रधानमंत्री शिंजो आबे और शाही परिवार के लगभग एक दर्जन सदस्यों सहित लगभग 300 लोग शामिल थे.
गद्दी हस्तांतरण के बाद जापान में खुशी का माहौल है. नए सम्राट के बनने के बाद देश में 10 दिनों की छुट्टी घोषित की गई है.
अकिहितो को सादगी प्रेम और जनता से बातचीत करने के लिए काफी पसंद किए जाते थे. बता दें कि पिछले 200 साल से कोई भी राजा जीते जी अपनी गद्दी किसी को नहीं सौंपा था.
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