Emaar India: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई में जानमानी रियल स्टेट कंपनी की भारतीय इकाई एमार इंडिया (Emaar India) पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने एमार इंडिया लिमिटेड और एमजीएफ डेवलपमेंट्स लिमिटेड की अचल संपत्तयों को जब्त कर लिया है, जिनकी कीमत 834.03 करोड़ बताई जा रही है. ईडी ने एमार इंडिया और एमजीएफ डेवलपमेंट्स पर धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत एक्शन लिया है, जिसकी जानकारी खुद ईडी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिए दी. रोचक बात है कि यह वही फर्म है, जिसकी मूल कंपनी ने दुबई की विश्व की सबसे ऊंची संरचना (स्ट्रक्चर) बुर्ज खलीफा को बनाया है. टूरिस्ट्स के बीच यह इमारत लंबे समय से आकर्षण का केंद्र रही है.

  


दरअसल, एमार प्रॉपर्टीज की स्थापना मोहम्मद अलब्बार ने साल 1997 में की थी. मौजूदा समय में यह कंपनी कामर्सियल, रेजीडेंसियल प्रॉपर्टीज के साथ ही मॉल और लग्जरी होटल भी बनाती है. कंपनी की स्थापना के समय इसका 100 प्रतिशत स्वामित्व दुबई सरकार के पास था, जबकि संस्थापक शेयरधारकों के पास 24.3 फीसदी की हिस्सेदारी थी. आईपीओ आने के बाद साल 2000 एमार कंपनी का कारोबार एक सार्वजनिक कंपनी के रूप में शुरू हुआ था. 


पूरी दुनिया में जानी जाती है एमार प्रॉपर्टीज


एमार कंपनी पूरी दुनिया में छायी हुई है. यह कई तरह के बड़े आयोजनों को भी करती है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण न्यूयॉर्क में साल 2015 का न्यू ईयर इवेंट है. यह शो उस समय टीवी पर सबसे अधिक देखा जाने वाला शो बन गया था और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी उसका नाम दर्ज हुआ था. एमार के चेयर मोहम्मद अलब्बार ने दिसंबर 2000 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन वह प्रबंध निदेशक के तौर पर हर दिन कंपनी में होने वाली गतिविधियों पर नजर बनाए रखते हैं. मौजूदा समय में एमार प्रॉपर्टीज के पास 23.76 बिलियन डॉलर की शुद्ध संपत्ति है.


भारत में पहले भी एमार प्रॉपर्टीज पर हो चुकी है कार्रवाई


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारत में एमार प्रॉपर्टीज पर एक्शन पहली घटना नहीं है. एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि एमार कंपनी की सहायक कंपनी एमार इंडिया लिमेटेड के कुछ अधिकारी साल 2023 में एक धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के सामने पेश हुए थे. 


यह भी पढ़ेंः शिया धर्मगुरु को जर्मनी ने दिया देश छोड़ने का आदेश, जानें क्यों उठाया ये कदम?