Pakistan Economic Crisis: एक ओर जहां पाकिस्तान दुनियाभर में अपनी आर्थिक बदहाली का रोना रो रहा है और आर्थिक मदद पाने के लिए गिड़गिडा रहा है, वहीं दूसरी ओर उसके नेता भारत के खिलाफ नफरती बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे. कई पाकिस्तानी हस्तियां अपने यहां की दिक्कतें दूर करने के बजाय भारत और भारतीयों का मखौल उड़ाते नजर आई हैं. पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान रहे सईद अनवर ने भी वहां जहर उगला है.
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान सईद अनवर (Ex Pak cricket captain Saeed Anwar) ने हिंदुओं को शैतान बताया है. सईद ने एक कार्यक्रम में मुस्लिम अनुयायियों के बीच भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए ऐसी बातें कहीं, जिन्हें सुनकर गुस्सा आ जाएगा. सईद अनवर ने भरी महफिल में हिंदुओं के खिलाफ नफरती भाषण दिया. एक वीडियो में वह कहते सुना गया,"अजान शैतान हिंदू से भी भाग गया." इसी वीडियो में उसे भारतीय प्रधानमंत्री को शैतान कहते सुना जा सकता है.
पूर्व पाक क्रिकेट कप्तान ने उगला जहर
पाकिस्तान अनटोल्ड के ट्विटर हैंडिल पर पोस्ट किए गए वीडियो में पूर्व पाक क्रिकेट कप्तान सईद अनवर कहते नजर आ रहा है, "वो इंडियन प्राइम मिनिस्टर (नरेंद्र मोदी) है...अजान हुई तो उसने अपना माइक नीचे गिराकर अपनी स्पीच को बंद कर दिया. सद्भावना दिखा रहा था. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुम कितनी बार अज़ान के लिए अपनी स्पीच रोकते हो. तुम (लोग) शैतान-ग्रस्त हिन्दू बने रहोगे. अजान शैतान हिंदू से भी भाग गया."
ट्विटर पर भारतीयों ने सुनाई खरी-खोटी
सईद अनवर के इस भाषण पर कई भारतीयों ने पाकिस्तानियों को खूब खरी-खोटी सुनाई है. राकेश सिंह नाम के शख्स (@IamRKSingh32) ने सईद अनवर के वीडियो पर रिप्लाई देते हुए लिखा- यदि हम हिंदू शैतान हैं..तो ये देख ले कि एक हिंदू शैतान का रुपया आज के 3.41 पाकिस्तानी रुपए के बराबर है. अब भीख मांगो शैतान से, तो तुम्हारा कर्ज उतरेगा!
पाकिस्तान चाहता है भारतीय टीम वहां खेले
इस ट्वीट में राकेश सिंह (@IamRKSingh32) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी मेंशन किया है, इसी बोर्ड की ओर से भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान में खिलवाने की मांग की जा रही है. यदि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान में खेलने गई तो दुनियाभर के क्रिकेटप्रेमियों और कई स्पोर्ट्स कंपनीज से पाकिस्तान में पैसा आएगा. इसलिए भारत नहीं चाहता कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान के किसी इवेंट में हिस्सा ले.
कर्ज के बोझ तले दबा है पड़ोसी मुल्क
बता दें कि, पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज बहुत बढ़ गया है. वहां की हुकूमत ने माना है कि पाकिस्तान पर 100 अरब डॉलर का कर्ज है. वहीं, बढ़ती महंगाई को काबू करने और दम तोड़ते पाकिस्तानी रुपया को संभालने के लिए उन्हें तत्काल आर्थिक पैकेज की जरूरत है.