Russia’s New Nuclear Missile Sarmat: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लगभग दो महीना होने जा रहा है. इन दो महीनों के दौरान रूस ने यूक्रेन पर 700 से ज्यादा मिसाइलें दागे हैं. इन मिसाइलों ने यूक्रेन को काफी हद तक तबाह कर दिया है. फिलहाल रूस की सेना यूक्रेन के कई हिस्सों में घुस चुकी है. 


एक तरफ जहां इस युद्ध में यूक्रेन के हजारों लोगों की जान जा चुकी है, लाखों लोग अपना देश छोड़ पड़ोसी देशों में प्रवासी की तरह रहने के लिए मजबूर हो गए हैं. वहीं दूसरी तरफ पश्चिम के कईं देशों द्वारा रूस पर लगाए गए कठोर प्रतिबंधों के बीच रूस ने आगे बढ़कर बुधवार को अपनी नई इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) 'सरमत' का परीक्षण किया. यह बेहद खतरनाक और विध्वंसकारी मिसाइल है. जो अपने साथ परमाणु हथियार लेकर जा सकती है. 
 
रूसी राष्ट्रपति ने इस मिसाइल की टेस्टिंग पर कहा कि यह परिक्षण अब रूस के दुश्मनों को "दो बार सोचने" के लिए मजबूर करेगा. आइये जानते हैं कि यह मिसाइल क्या करने में सक्षम है और इसे रूस के विरोधियों के लिए खतरा क्यों माना जा रहा है? 


कितनी खतरनाक है रूस की नई मिसाइल


कल रूस द्वारा किए गए परिक्षण में सफल होने वाले इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल सरमत को बहुत ही खतरनाक और विध्वंसकारी मिसाइल माना जा रहा है. इस मिसाइल के उपर 10 या उससे ज्यादा वॉरहेड्स लगाए जा सकते हैं. साथ ही यह इतना ताकतवर है कि अपने साथ परमाणु हथियार भी लेकर जा सकती है. 


इस मिसाइल को बनाने की शुरुआत साल 2000 में ही कर दी गई थी. यह मिसाइल खासा अपने डिजाइनिंग के लिए भी जाना जा रहा है. दरअसल इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी धोखा दे सकती है. सफल परिक्षण के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिसाइल की ताकत से दुनिया को रूबरू करवाते हुए कहा था कि 'सरमत' का वजन 2000 टन से ज्यादा है और यह दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम है. 


Sarmat ICBM मिसाइल की लंबाई 35.5 मीटर है. इसका व्यास 3 मीटर है. रूस द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक इस मिसाइल के उपर 10 से 15 वॉर हेड लगाए जा सकते हैं. ये कोई अन्य एटम बॉम या परमाणु भी हो सकता है. जिसका मतलब है कि Sarmat ICBM की मदद से एक साथ 15 स्थानों पर हमला किया जा सकता है. 


क्या यह नए ICBM का पहला परीक्षण है?


Sarmat ICBM की टेस्टिंग साल 2021 में होनी थी लेकिन किसी कारणवश यह नहीं हो पाया और कल इसका पहला लॉन्च टेस्टिंग किया गया.  बुधवार को, इसे उत्तर पश्चिम के प्लेसेट्स्क से लॉन्च किया गया था. रूसी समाचार रिपोर्टों के अनुसार, 2022 में रूसी सेना में शामिल होने से पहले मिसाइल के कम से कम पांच और टेस्टिंग की जाएगी. हालांकि कल पहली टेस्टिंग से पहले एक डमी टेस्टिंग भी की गई थी.


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