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Explained: अमेरिका में कैसे हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत, कैसे प्रदर्शनों ने ले लिया हिंसक रूप-सारे अपडेट्स
अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शनों ने भयानक रूप ले लिया है.
![Explained: अमेरिका में कैसे हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत, कैसे प्रदर्शनों ने ले लिया हिंसक रूप-सारे अपडेट्स Explainer USA violence updates after George Floyd Death Explained: अमेरिका में कैसे हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत, कैसे प्रदर्शनों ने ले लिया हिंसक रूप-सारे अपडेट्स](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/06/01164523/USA-Protest.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
वॉशिंगटनः अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद वहां हिंसक प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है. अमेरिका में गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं और देश में वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी समेत चालीस शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. आखिर कैसे हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और कैसे उनकी मृत्यु के बाद अमेरिका में प्रदर्शन शुरू हो गए जिन्होंने हिंसक रूप ले लिया इसके सारे अपडेट्स यहां हैं
- बीते सोमवार यानी 26 मई को अमेरिका के मिनेपोलिस शहर में जॉर्ज फ्लॉयड नाम के शख्स को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था. एक पुलिस अफसर ने सड़क पर अपने घुटने से फ्लॉयड की गर्दन को करीब आठ मिनट तक दबाए रखा. जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस ऑफिसर ने दया नहीं दिखाई. धीरे-धीरे फ्लॉयड की हरकत बंद हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.
- पुलिस हिरासत में मरने वाले जॉर्ज फ़्लॉयड का वीडियो वायरल हो गया. इस वायरल वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी डेरेक शैविन ने घुटना टेककर उनकी गर्दन दबाए रखी. जॉर्ज उस पुलिसकर्मी से लगातार कहते रहे कि 'उन्हें सांस नहीं आ रही है.' लेकिन डेरेक ने उन्हें नहीं छोड़ा.
- वीडियो में दिखाई दे रहा था कि जॉर्ज ने गिरफ्तारी के समय किसी तरह का विरोध नहीं किया. जब पुलिस अधिकारी ने उनकी गर्दन को घुटनों से दबा दिया तो जॉर्ज कहते रहे कि वह सांस नहीं ले पा रहे हैं और कुछ ही देर में वह बेहोश हो गए. जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया.
- जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए और पूरे अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए. हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर बीते दिन वॉशिंगटन समेत अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है.
- इस घटना के बाद अमेरिका के मिनीपोलिस में उस श्वेत पुलिस अधिकारी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. उसपर थर्ड डिग्री हत्या और मानव वध का आरोप लगाया गया.
- जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद भड़की हिंसा के दौरान लोगों ने अमेरिका में कई शहरों में दुकानों और शोरूम्स में आग लगा दी और जमकर लूटपाट भी की गई. लोग कोरोना संकटकाल में वैसे ही आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं और ऐसे में इस हिंसा से स्थिति और खराब हो गई है. अमेरिका में हिंसाजनक स्थिति के चलते दो शहरों में इमरजेंसी लगाई गई है और 12 से ज्यादा प्रमुख शहरों में रातभर का कर्फ्यू लगाया गया.
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्ज फ्लॉयड की मृत्यु के बाद हिंसक प्रदर्शनों के बीच माना कि जॉर्ज फ्लॉयड की मौत एक गंभीर त्रासदी थी.
- रविवार देर रात भारी संख्या में प्रदर्शनकारी राजधानी वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर इक्ट्ठा हो गए पत्थरबाजी की. इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप को सुरक्षित बंकर में ले जाया गया. हालांकि अब राष्ट्रपति ट्रंप बंकर में नहीं हैं.
- देर रात व्हाइट हाउस के बाहर आगजनी भी की गई और प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए. इसके बाद एहतियातन तौर पर व्हाइट हाउस के कर्मचारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वो अपने आई कार्ड छिपा कर कर आएं. सुरक्षा के लिहाज से ये निर्देश जारी किए गए हैं. इसी हिंसा के दौरान अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के 60 कर्मी भी घायल बताए जा रहे हैं.
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अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion: 'आस्था, भावुकता और चेतना शून्य...', आखिर भारत में ही क्यों होती सबसे ज्यादा भगदड़ की घटनाएं
Opinion