पत्नी को जेल से बचाने के लिए फैलायी पुल से गिरकर मौत होने की झूठी खबर, ऐसे हुआ पर्दाफाश
एक शख्स ने हेल्थ केयर फ्रॉड मामले में अपनी पत्नी को जेल की सजा से बचाने के लिए उसकी वेस्ट वर्जीनिया राष्ट्रीय पार्क में सैकड़ों फीट की ऊंचाई से गिरने की झूठी खबर फैलाई थी. वहीं काफी तलाश के बाद भी जब महिला नहीं मिली तो जांचकर्ताओं को कुछ शक हुआ. इसके बाद कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया और आरोपियों के षड़यंत्र का पर्दाफाश भी कर दिया.
पिछले मई महीने में, रॉडने व्हीलर नाम के एक शख्स ने 911 पर डायल कर हेल्प मांगी थी कि उनकी पत्नी वेस्ट वर्जीनिया राष्ट्रीय पार्क में सैकड़ों फीट की ऊंचाई से गिर गई हैं. जिसके बाद अधिकारियों ने फौरन 44 वर्षीय जूली व्हीलर की तलाश शुरू कर दी थी.कई दिनों तक सैकड़ों स्वयंसेवकों, पुलिस, और पेशेवर बचाव दल ने नदी के किनार ट्रेकिंग भी की जहां उनके पति ने कहा था कि वह कूदी थी. इस दौरान हेलिकॉप्टरों और बचाव कुत्तों द्वारा भी सहायता ली गई थी. काफी तलाश के बाद भी जूली व्हीलर कहीं नहीं मिली थी.
लेकिन सच्चाई ये थी कि जूली व्हीलर कभी गायब ही नहीं हुई थी. दरअसल जैसा की कहा जा रहा था कि वह चट्टान से गिर गई थी लेकिन अधिकारियों ने उसे एडब्ल्यू.वी.ए. के घर की कोठरी में छुपा हुआ पाया था. गौरतलब है कि ये कपल जूली की झूठी मौत की खबर फैलकर उसे एक हेल्थ केयर फ्रॉड के मामले में सजा से बचा रहा था.
48 वर्षीय रोडनी व्हीलर को दो महीने जेल की सजा सुनाई गई
वहीं सोमवार को एक संघीय न्यायाधीश ने 48 वर्षीय रोडनी व्हीलर को दो महीने जेल की सजा और घर में छिपने के प्लान बनाने के लिए छह महीने की सजा सुनाई. जूली व्हीलर को पहले से ही हेल्थ केयर धोखाधड़ी मामले में और फेक डेथ स्कीम के लिए 54 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी. वहीं जज ने उस पर लगभग $ 300,000 का जुर्माना भी लगाया है.
पत्नी को सजा से बचाने के लिए गिरने की झूठी खबर फैलाई थी
दक्षिणी वर्जीनिया के दक्षिणी जिले के यू एटॉर्नी कार्यालय ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि, " रॉडने व्हीलर ने राज्य और संघीय जांचकर्ताओं को जानबूझकर अपनी पत्नी के गिरने और लापता होने के बारे में बार-बार झूठे और गलत बयान दिये" "रॉडने व्हीलर के झूठे बयानों का उद्देश्य व्हीलर्स को लापता साबित करना था. इस कपल ने 2,000 से कम निवासियों वाले राज्य के दक्षिणी हिस्से के एक छोटे से शहर, बीवर में एक घर लिया हुआ था.
ये है पूरा मामला
कोर्ट के रिकॉर्ड के मुताबिक जूली व्हीलर जेआरडब्ल्यू होम हेल्थ स्पोर्ट सर्विसेज की मालिक और ऑपरेटर भी थी. 2016 में, वेटरन अफेयर्स कार्यालय ने स्पाइना बिफिडा के निदान के लिए उसकी कंपनी से मदद ली थी. लेकिन जांचकर्ताओं ने बाद में पाया कि जूली व्हीलर ने प्रोग्राम से फीस के तौर पर लगभग $ 470,00 प्राप्त करने के लिए अपने काम के घंटे बढ़ा दिए थे. इसके बाद जूली पर सितंबर 2019 में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था और बाद में दोषी ठहराया गया था. उसे 17 जून को सजा सुनाई जानी थी.
लेकिन 31 मई को, उनके पति ने बताया कि वह न्यू रिवर गॉर्ज नेशनल पार्क में ग्रैडव्यू ओवरलुक से फिसल गई थीं. रोडनी ने पुलिस को बताया था कि वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ लंबी पैदल यात्रा कर रहा था उसी दौरान इयररिंग को खोजने के दौरान जूली अनजाने में फिसल गई थी. लेकिन बाद में जांच में जूली और रोडनी का सारा षड़यंत्र का पर्दाफाश हो गया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया.
इसके तुरंत बाद, दोनों ने माना कि हेल्थ केयर धोखाधड़ी के मामले में सजा से बचने के लिए ही उन्होंने जूली के लापता होने की साजिश रची थी.
ये भी पढ़ें
पोंजी स्कीम में गिरफ्तार हुए हॉलीवुड एक्टर ज़ैक एवरी, मल्टी-मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप