E=mc2 थ्योरी का आविष्कार करने वाले दुनिया के प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन की चिट्ठी की नीलामी की गई है. अल्बर्ट की ये वो चिट्ठी है, जिसपर उन्होंने E=mc2 लिखा था. अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपनी जिंदगी में सिर्फ चार बार ही E=mc2 लिखा था, जिनमें से एक चिट्ठी (लेटर) को कुछ दिन पहले सार्वजनिक किया गया था. अब उसकी नीलामी की गई है. बता दें कि अल्बर्ट आइंस्टीन थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के जन्मदाता भी माने जाते हैं. 


उम्मीद जताई जा रही थी कि आइंस्टीन के इस ऐतिहासिक चिट्ठी की कीमत करीब 4 लाख डॉलर यानि करीब 2 करोड़ 80 लाख रुपये तक जा सकती है, लेकिन नीलामी के दौरान आइंस्टीन की चिट्ठी की बोली अनुमान से तीन गुना ज्यादा यानि 13 लाख डॉलर यानि करीब 9 करोड़ लगाई गई है. उनकी ये चिट्ठी ऐतिहासिक मानी जाती है और यही वजह थी कि नीलामी के दौरान इसकी बोली करीब 9 करोड़ रुपये लगाई गई. 


आइंस्टीन ने जर्मन भाषा में लिखी थी ये चिट्ठी 


13 मई को आइंस्टीन की चिट्ठी की नीलामी शुरू की गई थी. इसे खरीदने के लिए 5 लोगों ने बोली लगानी शुरू की थी. आइंस्टीन की चिट्ठी की आखिरी बोली 1.3 मिलियन डॉलर लगाई गई. अल्बर्ट आइंस्टीन ने ये चिट्ठी 26 अक्टूबर 1946 को अमेरिकी वैज्ञानिक लुडविक सिलबरस्टीन को लिखी थी. उन्होंने ये चिट्ठी जर्मन भाषा में लिखी थी. अल्बर्ट आइंस्टीन ने जर्मन भाषा में लिखी इस चिट्ठी में कहा था, "आपने मुझसे जो सवाल पूछा है, उसका उत्तर भी ई=एमसी 2 थ्योरी से ही मिल सकता है.' आइंस्टीन की इस चिट्ठी को अमेरिकन वैज्ञानिक सिलबरस्टीन ने संभालकर रखा था. हालांकि, उनकी मौत के बाद उनके वंशजों ने उस चिट्ठी को बेच दिया था. आइंस्टीन की इस चिट्ठी को अब जाकर नीलाम किया गया है.


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