Russian Food Influencer Zhanna Samsonova: झन्ना डी आर्ट के नाम से मशहूर हेल्थ कॉन्शियस रूसी फूड इइन्फ्लुएंसर झन्ना सैमसोनोवा का निधन हो गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी मौत फलों पर आधारित डाइट पर निर्भर रहने के कारण भूख से हो गई. 


झन्ना कई वर्षों से सोशल मीडिया के जरिये शुद्ध शाकाहारी जीवन शैली की बढ़ावा दे रही थी. उनके खाने में मुख्य रूप से फल, सूरजमुखी के अंकुरित बीज, फलों की स्मूदी और जूस शामिल थे. उनका मानना था इन चीजों से सेहतमंद हुआ जा सकता है. माना जा रहा है कि फलाहार के कारण उनके शरीर पर काफी गंभीर प्रभाव पड़ा. 


21 जुलाई को हुआ था निधन
झन्ना की मां ने रूसी अखबार वेचेर्नया कजान को बताया कि उनकी बेटी का स्वास्थ्य हैजा जैसे संक्रमण और शाकाहारी आहार के कारण कुपोषण के चलते खराब हो गया. उन्होंने बताया कि वो लोग दक्षिण-पूर्व एशिया में एक दौरे पर गए थे. इस दौरान झन्ना की स्थिति और भी बदतर हो गई, जिसके कारण 21 जुलाई को उनका निधन हो गया. हालांकि, झन्ना की मौत की वजह को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. 


झन्ना ने अपने बारे में बताया था कि वह सिर्फ साधारण खाना खाती है. उनका कहना था, "मुझे अपनी खुद की रेसिपी बनाना और लोगों को स्वस्थ खाने के लिए प्रेरित करना पसंद है.'' 


खुद को यंग रखना चाहती थीं झन्ना  
शाकाहारी जीवनशैली के प्रति झन्ना का लगाव उसके दोस्तों को देखते हुए बढ़ा था जो मानते थे कि शाकाहारी आहार से बढ़ती उम्र पर लगाम लगाई जा सकती है, लेकिन केवल विदेशी फलों के सेवन पर निर्भरता खतरनाक साबित हुई. शरीर को मिलने वाले जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो गई.


झन्ना उन लोगों का एक छोटा सा समुदाय भी बनाना चाहती थीं जो उसकी तरह ही जीवनशैली का पालन करते हैं और भारत, वियतनाम, कंबोडिया, श्रीलंका और थाईलैंड की यात्रा कर रहे हैं. 
 
विशेषज्ञों का मानना है कि उनके सख्त आहार के परिणामों को कम करके नहीं आंका जा सकता. शरीर को स्वस्थ को बनाए रखने के लिए अच्छा पोषण जरूरी है और अगर ऐसा नहीं होता है तो एनीमिया, हृदय की समस्याएं और तंत्रिका तंत्र को नुकसान जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. झन्ना की मौत स्ट्रिक्ट डाइटिंग से होने वाले खतरों को उजागर करती है.


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