नई दिल्ली: वैश्विक आतंकवाद वित्तपोषण निगरानी संस्था एफएएटीएफ ने शुक्रवार को पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची’ में ही रखे रहने का फैसला किया. एफएएटीएफ ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर वह लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को धन देना बंद नहीं करता तो उसके कड़ी कार्रवाई का सामना करना होगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी.


आज FATF की बैठक का अंतिम दिन था


पेरिस में वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) के चल रहे पूर्ण सत्र में यह फैसला किया गया. एक सूत्र ने बताया कि एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची’ में ही रखने का फैसला किया. उसने कहा कि एफएटीएफ ने पाकिस्तान को यह चेतावनी भी दी कि अगर वह जून महीने तक पूरी कार्य योजना नहीं बनाता तो उसके कामकाज पर असर पड़ सकता है. बता दें कि आतंकवादियों को आर्थिक मदद रोकने की दिशा में काम करने वाली संस्था एफएटीएफ की बैठक पेरिस में 16 फरवरी से शुरू हुई और आज इसका अंतिम दिन था.


दरअसल, पाकिस्तान लगातार दुनिया को ये बताता रहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ है. लेकिन उसकी कथनी और करनी में फर्क साफ देखा जा सकता है. भारत कई बार पाकिस्तान को उसके करतूतों का सबूत दे चुका है लेकिन वह हमेशा कार्रवाई करने अपने कदम पीछे खींच लेता है. भारत ने कई मौकों पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के चेहरे को बेनकाब किया है.


पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों को न सिर्फ पनाह देता रहा है बल्कि उसे धन भी मुहैया करता है ताकि ये संगठन आतंक को बढ़ावा दें. पाकिस्तान, इस संगठनों के माध्यम से भारत में हमले की ताक में रहता है. कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमेशा किसी ने किसी साजिश को अंजाम देने के की फिराक में रहते हैं. कश्मीर में सुरक्षाबलों ने बीते दिनों जैश के कई मॉड्यूल का भांडाफोड़ किया है.