FATF Russia Membership: फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने रूस के अवैध और बिना उकसावे वाले सैन्य हमले के लिए शुक्रवार (24 फरवरी) को इस देश की सदस्यता निलंबित कर दी है. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई.


वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) ने कहा कि रूसी सैन्य कार्रवाई एफएटीएफ के मूल सिद्धांतों के विपरीत है, जिसका उद्देश्य वैश्विक वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा और अखंडता को बढ़ावा देना है. पेरिस में आयोजित एफएटीएफ अधिवेशन के बाद जारी बयान में कहा गया कि रूस के यूक्रेन पर अवैध और बिना उकसावे वाले हमले के एक साल बाद एफएटीएफ यूक्रेन के लोगों के प्रति गहरी सहानुभूति जताता है.


रूसी हमले की कड़ी निंदा


आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी करने वाली वैश्विक संस्था ने कहा कि वह यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले की कड़ी निंदा करती है. बयान में कहा गया कि रूस के तरफ से पिछले एक साल में बर्बर और आमनवीय हमलों को तेज किया गया और महत्वपूर्ण सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण पर रूस की सदस्यता को निलंबित कर दिया है. एफएटीएफ एक ग्लोबल वॉचर है, जो दुनिया भर में मनी-लॉन्ड्रिंग गतिविधियों पर नजर रखता है.


एफएटीएफ 200 से अधिक देशों और न्यायालयों के लिए मानक निर्धारित करता है और अधिकारियों को नशीली दवाओं की तस्करी, मानव तस्करी और आतंकवाद सहित गंभीर अपराध से निपटने में मदद करता है. यूर्केन के FATF के फैसले का स्वागत किया है.


दक्षिण अफ्रीका को ग्रे लिस्ट में जोड़ा


एक घोषणा में FATF के समूह ने कहा कि रूसी संघ की कार्रवाइयां गलत रूप से सुरक्षा और ग्लोबल फाइनेंस सिस्टम की अखंडता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से FATF के मूल सिद्धांतों के विपरीत हैं. वहीं एफएटीएफ ने शुक्रवार (24 फरवरी) को धन शोधन और आतंकवाद के फाइनेंस को रोकने के मानकों को लागू करने की विशेष जांच के तहत अपनी ग्रे लिस्ट में दक्षिण अफ्रीका को जोड़ा और मोरक्को को बाहर कर दिया.


एफएटीएफ के सदस्यों में संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, चीन, सऊदी अरब के साथ-साथ ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे यूरोपीय देशों और यूरोपीय संघ सहित 39 देश शामिल हैं. हालांकि, यूक्रेन एफएटीएफ का सदस्य नहीं है.


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