नई दिल्ली: पाकिस्तान की मुश्किलें आने वाले वक्त में बढ़ सकती है. फाइनेंशियल ऐक्शन टाक्स फोर्स (FATF) की तीन दिवसीय वर्चुअल बैठक आज से शुरू होने जा रही है. इस बैठक में पाकिस्तान के भविष्य पर फैसला होगा. इस बैठक में फैसला होगा कि पाकिस्तान को आतंकवाद को पनाह देने के लिए ब्लैक लिस्ट देशों में डाला जाएगा या नहीं.
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान को FATF ने आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने और टेरर फंडिंग पर रोक लगाने को कहा था. रिपोर्ट की मानें तो टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग को खत्म करने के लिए FATF की ओर से दिए तकनीकी सुझावों को लागू करने में पाकिस्तान ने बहुत कम प्रगति की है. बताया जा रहा है कि 40 सिफारिशों में से केवल दो पर प्रगति की है.
बता दें कि इससे पहले कोरोना महासंकट के बीच पाकिस्तान ने खुद को FATF की ग्रे सूची से हटाए जाने के लिए बड़ा दांव चला था. हालांकि इससे पहले अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट की 'कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म' में साल 2019 में पाकिस्तान की भूमिका पर खरी-खरी कही गई है। इसमें कहा गया है कि भारत को निशाना बना रहे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को पाकिस्तान ने अपनी जमीन से ऑपरेट करने दिया