Mahsa Amini: अंतिम संस्कार में आए मौलवी पर भड़क गए थे महसा अमीनी के पिता, वायरल हो रहा वीडियो
Viral Video: महसा अमीनी की मौत के बाद हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि अमीनी के अंतिम संस्कार के वक्त उनके पिता मौलवी पर भड़क गए थे.
Mahsa Amini Death Row: 22 वर्षीय ईरानी महिला महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत के बाद ईरान के अलावा दुनिया के कई हिस्सों में प्रदर्शन (Protest) हो रहे हैं. भारत (India) में भी प्रदर्शन किया गया. इस बीच सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि महसा अमीनी के अंतिम संस्कार (Mahsa Amini Funeral) के वक्त उनके पिता ने इस्लामी प्रार्थना (Islamic Prayer) के लिए अनुमति देने से मना कर दिया. हालांकि इस वायरल वीडियो की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है.
17 सितंबर को अमीनी की मौत हो गई थी. सिर में चोट लगने के कारण वह कोमा में चली गई थीं और अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. अमीनी की मौत के लिए ईरान की पुलिस पर आरोप है कि हिजाब न पहनने के चलते, हिरासत में लेकर उन्हें पीटा गया, जिसकी वजह से वह कोमा में चली गईं और बाद में उनकी मौत हो गई.
क्या है वायरल वीडियो का मामला?
वायरल वीडियो में मौके पर काफी लोग नजर आ रहे हैं लोगों के बीच बहस सुनाई दे रही है. ट्विटर प्रोफाइल में खुद को लेखक, वक्ता और नारीवादी बताने वाली एक यूजर एमिली श्रेडर ने यह वीडियो ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''महसा अमीनी के पिता ने अंतिम संस्कार के दौरान इस्लामी प्रार्थना की अनुमति देने से इनकार कर दिया. उनके लिए दुआ करने वाले मौलवी से वह कहते हैं, ''तुम्हारे इस्लाम ने उस पर दोषारोपण किया, अब तुम उसके लिए प्रार्थना करने आए हो? क्या तुम्हें शर्म नहीं आती? तुमने उसे बालों के दो गुच्छे के लिए मार डाला!"
Father of Mahsa Amini refuses to allow Islamic prayers over body of Mahsa. He's says to the mullah who's praying over her:
— Emily Schrader - אמילי שריידר (@emilykschrader) September 20, 2022
"Your Islam denounced her, now you've come to pray over her? Aren't you ashamed of urself? You killed her for 2 strands of hair! ... Take your Islam and go." pic.twitter.com/Pzqn92Z2c2
प्रदर्शनकारियों से ऐसे निपट रही पुलिस
महसा अमीनी कुर्दिस्तान के सकेज की रहने वाली थीं. उनके अंतिम संस्कार के वक्त भी मौके पर विरोध प्रदर्शन भड़क गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सकेज में शनिवार को अमीनी के अंतिम संस्कार के वक्त महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए थे. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे. एक प्रदर्शनकारी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. कुर्द अधिकार समूह हेंगॉ ने बताया था कि साकेज में 33 लोग घायल हुए.
महसा अमीनी को लेकर तेहरान में विश्वविद्यालय के पास भी भारी विरोध प्रदर्शन हुआ. कुछ उग्र प्रदर्शनों की भी खबरें हैं. लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. लोग ईरानी पुलिस और हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. खासकर युवा महिलाएं व्यापक पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों में शामिल हैं. इनमें पढ़ने वाली छात्राएं भी हैं. ईरान से ऐसे वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें महिलाएं विरोध स्वरूप हिजाब को जलाती और अपने बाल काटती नजर आ रही हैं.
ईरान की पुलिस ने महसा अमीनी के साथ मारपीट के आरोपों को गलत बताया है. पुलिस का दावा है कि बीमार पड़ जाने के कारण अमीनी की मौत हुई.
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