PTI leader Fawad Chaudhry : पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के करीबी फवाद चौधरी को पार्टी से बाहर निकाला, जानें वजह
PTI leader Fawad Chaudhry : पार्टी ने पूर्व मंत्री रहे फवाद चौधरी को हटा दिया है. कई और मंत्रियों पर भी पार्टी ने की है कार्रवाई
PTI leader Fawad Chaudhry : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सबसे ज्यादा करीब माने जाने वाले नेता फवाद चौधरी को पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है. पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ (PTI ) ने एक साल पुराने मामले पर उन पर एक्शन लिया है. पार्टी ने पूर्व मंत्री रहे फवाद चौधरी को हटा दिया है. चौधरी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का दाएं हाथ माना जाता है. फवाद ने पिछले साल 9 मई की हिंसा के बाद राजनीति से ब्रेक ले लिया था. हालांकि, उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी थी. अब पार्टी ने उन पर यह एक्शन लिया. AYR न्यूज के मुताबिक, पीटीआई के सेंट्रल इन्फॉर्मेशन सेक्रेटरी रऊफ हसन ने कहा कि फवाद चौधरी के अलावा इमरान इस्माइल और अली जैदी को भी पार्टी से निकाल दिया गया है. यह फैसला पार्टी ने सुप्रीमो इमरान खान के आदेश के बाद लिया है. रिपोर्ट की मानें तो पीटीआई की कोर कमेटी ने एक प्रस्ताव भी पास किया है, जिसके मुताबिक अब कभी भी इन मंत्रियों की पार्टी में वापसी नहीं होगी.
नवंबर में किया था गिरफ्तार
भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान में फवाद चौधरी को पिछले साल नवंबर में अरेस्ट किया था. 5 महीने बाद हालांकि उन्हें रिहा कर दिया गया. फवाद को भ्रष्टाचार समेत 28 मामलों में आरोपी बनाया गया था. जेल से रिहा होते ही फवाद पीटीआई की ही आलोचना करने लगे. उन पर आरोप लगा कि वह वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार के दबाव में बोल रहे हैं.जिओ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को ही फवाद ने कहा कि पार्टी की लीडरशिप की वजह से ही इमरान खान जेल से रिहा नहीं हो पा रहे हैं. पीटीआई के मौजूदा नेता राजनीति करना नहीं जानते हैं. उनकी वजह से पार्टी डूब रही है. फवाद ने कुछ दिन पहले ये भी कहा था कि वह पार्टी में रहें या न रहें लेकिन इमरान खान के साथ रहेंगे.
पीएम मोदी और लोकसभा चुनाव पर टिप्पणी के बाद आए थे चर्चा में
पिछले महीने हुए लोकसभा चुनाव को लेकर फवाद चौधरी ने पीएम मोदी को लेकर बयानबाजी की थी. उन्होंने इस दौरान राहुल गांधी की भी तारीफ की थी, जिसके बाद उनकी काफी चर्चा हुई.उन्होंने कहा था कि वह चाहते हैं कि भारत में हो रहे आम चुनाव में नरेंद्र मोदी हार जाएं. फवाद ने कहा कि भारत, पाकिस्तान के रिश्ते तभी सुधरेंगे, जब दोनों देशों में अतिवाद कम होगा. इस मुद्दे को चुनाव की रैलियों में भी भुनाया गया था.