अमेरिकी जांच एजेंसी ने खाड़ी देश के लिए गैर कानूनी तरीके से लॉबिंग अभियान चलाने के मामले में जारी जांच के सिलसिले में आरोपी सेवानिवृत्त जनरल की ‘‘अपराध में संलिप्तता’’ से संबंधित दस्तावेज जब्त किया है. अधिकारी पर अपने प्राधिकार का प्रयोग कर झूठा बयान देने का भी आरोप है.


संघीय अदालत में जमा दस्तावेजों के मुताबिक पूर्व मरीन जनरल जॉन आर एलेन के खिलाफ संभावित तौर पर आपराधिक मुकदमा चलाया जा सकता है. ये दस्तावेज मंगलवार को सार्वजनिक हुए. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में प्रभावशाली ब्रुकलिन इंस्टीट्यूट के टेप लीक से पहले एलेन अफगानिस्तान में अमेरिकी और नाटो सेना का नेतृत्व कर रहे थे.


दिया लालच


इस जांच के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान में पूर्व अमेरिकी राजदूत रिचर्ड जी ओलसन को लालच दिया गया, जिन्हें पिछले सप्ताह मामले में दोषी ठहराया गया. वहीं राजनीतिक दानकर्ता इमाद जुबेरी को भी मामले में दोषी ठहराते हुए 12 साल कैद की सजा सुनाई गई है. जांच के तहत कांग्रेस के कई सदस्यों से भी पूछताछ की गई.


अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक एलेन पर्दे के पीछे से वर्ष 2017 में अमेरिका की नीतियों को प्रभावित करने के लिए कतर की मदद कर रहे थे. यह उस दौर की बात है जब कतर के शाही परिवार और खाड़ी के अन्य देशों के बीच राजनयिक संकट पैदा हो गया था. एफबीआई के एजेंट बबाक अदीब ने विदेशी एजेंट पंजीकरण अधिनियम के तहत जारी तलाशी वारंट पर लिखा, ‘‘इन नियमों को जानबूझकर उल्लंघन करने के ठोस सबूत हैं.’’


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