हवाना: क्यूबा के दिवंगत राष्ट्रपति एवं क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो के सबसे बड़े बेटे ने आत्महत्या कर ली. वह 68 वर्ष के थे. सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी. क्यूबा के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्रैनमा’ ने कहा, ‘‘चिकित्सकों का एक समूह गहरे अवसाद से पीड़ित फिदेल कास्त्रो डियाज बालार्ट का कई महीनों से उपचार कर रहा था. उन्होंने सुबह आत्महत्या कर ली.’’
क्यूबा में उन्हें ‘‘फिदेलितो’’ के नाम से जाना जाता था. शुरूआत में उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी उनका उपचार जारी था. एक सितंबर 1949 को जन्मे फिदेल जूनियर क्रांतिकारी कास्त्रो और उनकी पहली पत्नी मिरता डियाज बालार्ट के पुत्र थे. उन्होंने कभी कोई राजनीतिक पद नहीं संभाला लेकिन वह क्यूबा में काफी लोकप्रिय थे. उनमें और उनके पिता में काफी समानता थी: दोनों लंबे थे और दोनों की घनी दाढ़ी थी.
कई क्यूबा निवासियों को वह एक सेना की वर्दी पहने उस छोटे लड़के के रूप में याद हैं जब उन्होंने क्रांति के बाद अपने पिता के साथ आठ जनवरी, 1959 को विजयी भाव के साथ हवाना में प्रवेश किया था. फिदेल कास्त्रो डियाज बालार्ट अपने पिता के साम्यवादी आदर्शों के प्रति हमेशा वफादार रहे. उन्होंने अपने पिता के निधन के 15 महीने बाद आत्महत्या कर ली. फिदेल कास्त्रो का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. उनके अंतिम संस्कार में उनके बड़े बेटे अपने पांच सौतेले भाई बहनों के साथ खड़े दिखाई दिए थे.
फिदेल जूनियर ने साम्यवादी शासित देश में परमाणु शक्ति कार्यक्रम के विकास का सूत्रपात करने में मदद की. वह एक वैज्ञानिक थे जिन्होंने पूर्व सोवियत संघ में भौतिकी की पढ़ाई की थी.वह क्यूबा सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार और देश की ‘अकेडमी ऑफ साइंसेस’ के उपाध्यक्ष के तौर पर सेवाएं दे रहे थे. वह नैनोसाइंस पर व्याख्यान देते हुए हाल में सार्वजनिक रूप से दिखाई दिए थे. उन्हें इस विषय में विशेषज्ञता हासिल थी. सरकारी मीडिया ने बताया कि उनका परिवार उनके अंतिम संस्कार की तैयारी करेगा.