Hindi Language: भारत की भाषा हिंदी की ख्याति विश्व के कई हिस्सों में लगातार बढ़ रही है. इसी क्रम में 12वां विश्व हिंदी सम्मेलन इस बार फिजी में होने जा रहा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस महीने के आखिर में फिजी सरकार के समर्थन से इसका आयोजन उनके देश में किया जाएगा. इस बार के हिंदी सम्मेलन में 50 देशों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है. इससे पहले फिजी के उप प्रधानमंत्री बिमन चंद प्रसाद ने कहा है कि अब से फिजी की संसद में भी हिंदी बोली जा सकेगी.


उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘पिछले 8 से 10 सालों में हिंदी के प्रचार प्रसार में धीमापन आया था. हिंदी को उतनी प्राथमिकता नहीं दी जा रही थी जितना होना चाहिए था लेकिन ये जो हिंदी सम्मेलन है वो इसे फिर से उठाएगा. हमारी जो नई सरकार है उसने पिछले दो हफ्ते पहले ही एक विशेष निर्णय लिया है कि संसद में भी अब हिंदी का इस्तेमाल कर सकते हैं. पिछली सरकार ने हिंदी और आदिवासी भाषा पर संसद में बोलने से प्रतिबंधित कर दिया था लेकिन हमारी सरकार ने इसे बदल दिया.’


पीएम मोदी को लेकर कही ये बात


इसके अलावा उप प्रधानमंत्री बिमन चंद प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में फिजी का दौरा किया था. उस दौरे के दौरान उन्होंने फिजी में एक नई उमंग कायम की थी. फिजी और भारत के बीच रिश्ते में भी नई उमंग भर दी थी. पिछले कई सालों में भारत में कितनी प्रगति हुई है ये हम सभी ने देखा है. पूरे विश्व में उनकी लीडरशिप की लोग वाह-वाही करते हैं. फिजी में उनके हजारों फैन्स हैं. अगर वो फिर से फिजी का दौरा करेंगे तो उनका विशेष स्वागत रहेगा.










विदेश मंत्री से हाल ही में मुलाकात


पिछले हफ्ते ही बिमन चंद प्रसाद ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था कि जयशंकर और बिमन चंद प्रसाद ने भारत और फिजी के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा सहित सहयोग और विकास साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. जयशंकर ने कहा था, ‘फिजी के उप प्रधानमंत्री बिमन प्रसाद के साथ एक सार्थक बैठक हुई. भारत-फिजी के संबंधों, हमारे विकास सहयोग और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग पर चर्चा की गई.’ जयशंकर ने कहा था कि उन्होंने हिंद-प्रशांत पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.   


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