Fiji Ends China Policing Agreement: अपनी विस्तारवाद नीति के चलते दूसरे देशों को परेशान करने वाले चीन को महज 9 लाख की आबादी वाले एक छोटे से देश ने हैसियत दिखा दी. पड़ोसी देशों में अपनी पैठ बनाने के लिए ड्रैगन वहां अक्सर अपना मिलिट्री बेस स्थापित कर देता है. ऐसा ही कुछ उसने फिजी के साथ किया था लेकिन फिजी ने ड्रैगन के साथ हुए सुरक्षा समझौता को रद्द कर दिया है.
चीन के साथ सुरक्षा समझौता रद्द करते हुए फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका ने कहा, "फिजी पुलिस फोर्स की सहायता के लिए हमें चीन के सरकारी सुरक्षाकर्मियों की जरूरत नहीं है." 2011 में फिजी पुलिस बल और चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के बीच हुए एक समझौते के कारण फिजी के पुलिस अधिकारियों को चीन में ट्रेनिंग दी जाती है.
फिजी में तैनात होते थे चीनी अधिकारी
इतना ही नहीं चीनी पुलिस अधिकारियों को तीन से छह महीने के लिए अटैचमेंट प्रोग्राम के तहत फिजी में तैनात किया जाता था. सितंबर 2021 में चीन ने फिजी में एक चीनी पुलिस लाइजनिक ऑफिसर को भी नियुक्त किया था. इस नियुक्ति को दोनों देशों के रक्षा सबंधों में मील का पत्थर के तौर पर देखा गया था. हालांकि, फिजी नागरिकों के विरोध को देखते हुए प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका ने इस समझौते को रद्द कर दिया है.
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड को बताया समान
फिजी के राष्ट्रपति ने चीन की कार्यप्रणाली को अपने देश से अलग बताया. उन्होंने कहा, "हमें इस समझौते को जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हमारी प्रणालियां अलग हैं. लोकतंत्र की हमारी प्रणाली और न्याय प्रणाली अलग हैं इसलिए हम उनके पास वापस जाएंगे जिनके पास समान प्रणाली है." उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे अन्य देशों के अधिकारी रह सकते हैं क्योंकि उनकी व्यवस्था फिजी के समान है."
ये भी पढ़ें-अमेरिका में फिर चलीं गोलियां: कैलिफोर्निया में शख्स ने 7 लोगों पर की अंधाधुंध फायरिंग, 3 की मौत