कुवैत के सुलायबिया शहर में दुनिया के सबसे बड़े टायर ग्रेवयार्ड में आग लग गई है. आग लगने से पूरे इलाके में बड़ा खतरा पैदा हो गया है. टायरों के इस डम्पयार्ड में तकरीबन 70 लाख टायर मौजूद हैं. इन टायरों में आग लगने से आस पास की हवा जहरीली हो गई है. कुवैत का यह इलाका रेगिस्तानी होने के वजह से आग का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है. आग इतनी भयंकर है कि इसे सैटेलाइट्स के जरिए भी देखा जा सकता है.


पहले भी लग चुकी है आग


कुवैत में टायरों के इस तरह के डम्पयार्ड में 2019 में भी आग लगी थी, उस वक्त भी आग की लपटे और काला धुआं इतनी तेजी से निकल रहा था. उस वक्त भी लगी आग की तस्वीरें सैटेलाइट से देखी गई थीं. 2019 में कुवैत के जिस डम्पयार्ड में आग लगी थी वहां 10 लाख टायर रखे हुए थे. इस आग का असर लगभग 25 लाख वर्ग मीटर तक था. वहीं अभी कुवैत में जिस भाग में टायरों के डम्पयार्ड में आग लगी है वहां तकरीबन 70 लाख टायर रखे हुए हैं. अगर इस आग को जल्द नहीं रोका गया तो यह पूरे कुवैत के लिए बड़ा खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल कुवैत के इस डम्पयार्ड के पास टायरों को रीसाइकिल करने के लिए तीन फैक्ट्री लगाने की योजना बनाई गई थी, पर आज तक इन योजनाओं पर काम नहीं हो सका.


जहरीली धुआं सेहत के लिए जानलेवा


कुवैत में टायरों के डम्पयार्ड में लगी आग से काफी मात्रा में जहरीली धुआं निकल रही है. यह धुआं पर्यावरण और इंसान के स्वास्थ्य के लिए काफी जानलेवा होता है. टायरों के जलने से कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर ऑक्साइड जैसे जहरीले रसायन निकलते हैं, इन रसायनों के कारण सांस लेने की बीमारी से लेकर कैंसर होने तक का खतरा होता है. इसके अलावा टायरों के जलने का असर लंबे वक्त तक रहता है.


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