बारबाडोस और डोमिनिक भेजी गई कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली खेप, बारबाडोस की पीएम मिआ मोटली ने जताया आभार
वैक्सीन मैत्री पहल के तहत भारत ने बारबाडोस और डोमिनिक को कोविशिल्ड वैक्सीन गिफ्ट किया है. बारबाडोस की महिला प्रधानमंत्री मिआ मोटली ने कोविड-19 वैक्सीन देने के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है. गौरतलब है कि भारत ने अब तक 15 से ज्यादा देशों को कोरोना वैक्सीन के खेप भेज दी है.
भारत ने रविवार को वैक्सीन मैत्री पहल के तहत बारबाडोस और डोमिनिक को कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली खेप भेजी. सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा निर्मित वैक्सीन की खेप बीती रात 11:35 बजे मुंबई से रवाना हुई.
भारत ने इससे पहले बारबाडोस को कोविशिल्ड वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए देश की प्रधानमंत्री मिआ मोटली ने भारत सरकार और लोगों का आभार व्यक्त किया. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक पत्र में मोटली ने लिखा, "मुझे विश्वास है कि आप अच्छी तरह से और सुरक्षित हैं. मेरी सरकार और यहां के लोगों की ओर से मैं आपकी सरकार और भारत की जनता का आभार व्यक्त करना चाहता हूं. कोरोना वैक्सीन देने के लिए आपका बेहद शुक्रिया."
अफगानिस्तान भी भेजी गई कोरोना वैक्सीन
इससे पहले अफगानिस्तान में भारत से भेजी गई वैक्सीन की पहली खेप पहुंची. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट में लिखा ''मेड इन इंडिया वैक्सीन अफगानिस्तान तक पहुंची. हमेशा अपने दोस्तों के साथ खड़े हैं.'' भारत ने अब तक 15 से ज्यादा देशों को कोविड-- 19 वैक्सीन की आपूर्ति की है और 25 देशों से बात चल रही है.
कंबोडिया को 1 लाख डोज की होगी आपूर्ति
भारत सरकार ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री सैमडेक हुन सेन के मोदी से सहायता के लिए अनुरोध करने के बाद टीकों की आपूर्ति करने का निर्णय लिया है. वैक्सीन की आपूर्ति सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से की जाएगी. कंबोडिया को एक लाख डोज वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी.
सार्क देशों को भेजी जा चुकी है वैक्सीन
भारत ने पहले ही पुणे स्थित देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट की तरफ से तैयार कोरोना की वैक्सीन को सिर्फ पाकिस्तान को छोड़कर सभी सार्क देशों को गिफ्ट के तौर पर भेज दिया है. इनमें श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान जैसे देश शामिल हैं.
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