Mirosław Hermaszewski News: सोवियत अंतरिक्ष यान के जरिये 1978 में पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले पोलैंड के एकमात्र अंतरिक्ष यात्री जनरल मिरोस्लाव हेर्मस्जेव्स्की का 81 साल की उम्र में निधन हो गया है. सोमवार को उनके दामाद, यूरोपीय संसद के सदस्य रेज्जर्ड ने ट्विटर के माध्यम से सेवानिवृत्त वायुसेना के पायलट की निधन की जानकारी दी थी. हालांकि, उन्होंने बाद में पोलिश मीडिया आउटलेट्स को बताया कि हेर्मस्जेव्स्की की मृत्यु वारसॉ के एक अस्पताल में एक सर्जरी से हुई जटिलताओं के कारण हुई है.
जनरेकी ने ट्वीट करते हुए कहा, ''परिवार की ओर से मैं जनरल मिरोस्लाव हेर्मस्जेव्स्की की मृत्यु के बारे में बहुत दुखद समाचार की पुष्टि कर रहा हूं, इसके अलावा जरनेकी ने जनरल मिरोस्लाव हेर्मस्जेव्स्की को "एक महान पायलट, अच्छे पति और पिता, और बहुत प्यारे दादा" कहते हुए ट्वीट किया था.
अंतरिक्ष यात्रा से राष्ट्रीय नायक बने थे हेर्मस्जेव्स्की
अंतरिक्ष की अपनी यात्रा करने के लिए हेर्मस्जेव्स्की को राष्ट्रीय नायक माना जाने लगा था. 1978 की जून और जुलाई में नौ दिनों के लिए उन्होंने और सोवियत कॉस्मोनॉट प्योत्र क्लिमुक ने सोयुज 30 अंतरिक्ष यान में पृथ्वी की परिक्रमा की थी जो की सैल्युट 6 कक्षीय अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉक किया गया था. बता दें कि वे 126 बार ग्लोब का चक्कर लगा चुके हैं.
यात्रा के दौरान हेर्मस्जेव्स्की को हुआ था ये डर
पोलिश अखबार Rzeczpospolita के साथ 2018 के एक इंटरव्यू के दौरान हेर्मस्जेव्स्की ने कहा था कि उड़ान के दौरान उनका सबसे बड़ा डर यह था कि उनका स्पेसशिप एक उल्का से न टकरा जाए. उन्होंने कहा कि उनके और क्लिमुक के सेन्सेस तेज हो गए थे जिससे वे छोटी से छोटी आवाज को भी पकड़ रहे थे.
सोवियत संघ के इंटरकॉस्मोस कार्यक्रम के तहत की थी अंतरिक्ष यात्रा
हेर्मस्जवेस्की ने सोवियत संघ के इंटरकॉस्मोस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में ने अंतरिक्ष में यात्रा की थी, जिसने मास्को के प्रभुत्व के तहत तत्कालीन पूर्वी ब्लॉक के भीतर या सोवियत संघ के साथ संबंध रखने वाले देशों के लिए अंतरिक्ष का पता लगाने का अवसर प्रदान किया था.