Flood in Kinshasa: डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो की राजधानी किंशासा में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ और भूस्खलन के वजह से कम से कम 120 लोगों की जान चली गई है. इलाकों के सभी घरों में मिट्टी वाला पानी भर गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान के अनुसार सरकार N1 हाईवे को 3-4 दिनों के लिए बंद कर सकती है. N1 हाइवे किंशासा को देश के मुख्य समुद्री बंदरगाह मातादी से जोड़ता है.
रॉयटर्स के मुताबिक डेथ ट्रोल अभी और बढ़ सकता है. स्वास्थ्य मंत्री ज्यां-जैक्स म्बुंगानी म्बांडा ने रॉयटर्स को बताया कि मंत्रालय ने 141 मृतकों की गिनती हुई थी, लेकिन अन्य विभागों के साथ इस संख्या को क्रॉस-चेक करने की आवश्यकता थी. कांगो सरकार के प्रवक्ता पैट्रिक मुयाया द्वारा ट्विटर पर पोस्ट की गई तस्वीरों में एक बड़ी सड़क दिखाई दे रही है, जो एक गहरी खाई में धंस गई है. स्थानीय निवासी गेब्रियल एमबीकोलो ने कहा, “नेशनल रोड 1 पर एक बड़ा गड्ढा है. केवल पैदल चलने वाले यात्री ही गुजर सकते हैं.
कभी कांगो नदी के तट पर मछली पकड़ने का गांव, किंशासा हुआ करता था. यहां की आबादी 15 मिलियन है और इसी के कारण यह शहर अफ्रीका के सबसे बड़े मेगासिटी में से एक बन गया है.
खराब नियंत्रित तेजी से शहरीकरण ने तेज बारिश के बाद अचानक आने वाली बाढ़ के लिए शहर को तेजी से कमजोर बना दिया है, जो जलवायु परिवर्तन के कारण हुआ है.
2019 में किंशासा में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई थी. जब मूसलाधार बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई थी. जिसके कारण कुछ इमारतें और सड़कें गिर गईं थी. 2020 2020 विश्व बैंक के एक पेपर के अनुसार, क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे के अलावा, बाढ़ के प्रत्येक दिन में बड़े पैमाने पर परिवहन व्यवधान के कारण परिवारों को संयुक्त रूप से $1.2 मिलियन का खर्च आता है.
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