Afghanistan Crisis: विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला बोले- अगस्त में बतौर UNSC अध्यक्ष अफगानिस्तान वाला प्रस्ताव बहुत महत्वपूर्ण
पिछले महीने यूएनएससी ने भारत की अध्यक्षता में अफगानिस्तान के हालात पर एक प्रस्ताव पारित किया. इसमें कहा गया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी देश को डराने या हमले के लिए नहीं किया जाए.
Afghanistan Crisis: विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने कहा कि अगस्त के लिए यूएनएससी अध्यक्ष के रूप में, हमने 4 प्रस्तावों को अपनाया लेकिन अफगानिस्तान पर प्रस्ताव बहुत महत्वपूर्ण था. इसमें एक समावेशी बातचीत वाले राजनीतिक समझौते का आह्वान किया गया, तालिबान से उन लोगों को निकालने की सुविधा की मांग की गई जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं. इस प्रस्ताव में ये कहा गया था कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ न हो.
विदेश सचिव ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्य अफगानिस्तान की स्थिति पर निष्क्रिय हैं. हम (भारत) जमीन पर नहीं हैं, वहां कोई संपत्ति नहीं है. ऐसा नहीं है कि हम कुछ नहीं कर रहे हैं, हम अफगानिस्तान में रुचि रखने वाले हर देश के संपर्क में हैं.”
I don't see members of international community being passive over situation in Afghanistan. We (India) are not there on the ground, have no assets there. It's not like we are not doing anything, we are in touch with every country that has an interest in Afghanistan..: HV Shringla pic.twitter.com/s1bvcOatrf
— ANI (@ANI) September 3, 2021
इससे पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को अमेरिका भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के सदस्यों को संबोधित किया. उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं के साथ दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों पर चर्चा की. श्रृंगला ने भारत में कोविड-19 की घातक दूसरी लहर के दौरान अमेरिकी कारोबार समुदाय को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. विदेश सचिव के साथ अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू भी यूएसआईएसपीएफ की तरफ से आयोजित व्यापार गोलमेज सम्मेलन में मौजूद थे. एसआईएसपीएफ भारत केंद्रित व्यापार पैरोकार समूह है.
वहीं गुरुवार को हर्ष वर्धन श्रृंगला ने को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, उप विदेश मंत्री वेंडी शरमन समेत जो बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी और अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति समेत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. अफगानिस्तान से 31 अगस्त को अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी. बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया था, ‘‘द्विपक्षीय संबंधों और अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा हुई.’’
हर्ष वर्धन श्रृंगला ने अमेरिका में अपने समकक्ष उप मंत्री वेंडी शरमन समेत कई अधिकारियों के साथ भी बैठकें की थीं. अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू भी श्रृंगला के साथ बैठकों में शामिल हुए थे. संधू ने ट्वीट किया कि ब्लिंकन और शरमन के साथ ‘‘आज सुबह बेहतरीन बातचीत हुई.’’