Israel Hamas War: डोनाल्ड ट्रंप ने यहूदियों की एक सभा में कहा कि वे अगर फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो एक बार फिर मुस्लिम यात्रा प्रतिबंध लगाएंगे. गौरतलब है कि 2017 में ट्रंप ने ईरान, लीबिया, सोमालिया, सीरिया, यमन और शुरुआत में इराक और सूडान से यात्रियों के प्रवेश पर व्यापक प्रतिबंध लगाए थे. जो बाइडेन ने 2021 में सरकार में आते ही इस फैसले को पलट दिया.

  


शनिवार को ट्रंप ने रिपब्लिकन यहूदी गठबंधन के वार्षिक शिखर सम्मेलन में कहा, "हम कट्टरपंथी इस्लामी 'आतंकवादियों' को अपने देश से बाहर रखेंगे." उन्होंने कहा, "आपको यात्रा प्रतिबंध याद है? पहले ही दिन मैं अपना यात्रा प्रतिबंध बहाल कर दूंगा." ट्रंप ने कहा, "इजरायल के अपने सहयोगियों की रक्षा ऐसे करेंगे जैसा पहले कभी किसी ने नहीं किया होगा."


रिपब्लिकन पार्टी में ट्रंप की प्रतिद्वंदी और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने अमेरिकी कॉलेज परिसरों में बढ़ती यहूदी विरोधी भावना की ओर इशारा किया और विश्वविद्यालयों के लिए वित्त पोषण में कटौती और फिलिस्तीन समर्थक विदेशी छात्रों के लिए वीजा रद्द करने का प्रस्ताव रखा है. 


सीनेटर टिम स्कॉट ने कहा, "हमें इस कैंसर से लड़ने के लिए सांस्कृतिक कीमोथेरेपी की आवश्यकता है. अमेरिकी वीज़ा के साथ देश में रहने वाला कोई भी छात्र जो नरसंहार का आह्वान करता है उसे निर्वासित किया जाना चाहिए.


'इजरायल के अस्तित्व को नकारना भी होगा यहूदी विरोध'


अमेरिका के दोनों राजनीतिक दलों के लिए इजरायल का समर्थन बड़ा मुद्दा है. रिपब्लिन पार्टी की एक और राष्ट्रपति उम्मीदवार निक्की हेली ने अमेरिका में पर यहूदी-विरोधी हमलों की आशंका जताई है. हेली ने कहा, "अगर मैं राष्ट्रपति बनूंगी तो मैं यहूदी-विरोध की आधिकारिक संघीय परिभाषा को बदल दूंगी. इस परिभाषा के तहत इजरायल के अस्तित्व को नकारना भी शामिल होगा. 


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