नई दिल्ली: दक्षिणी अफ्रीकी मुल्क अंगोला के पूर्व राष्ट्रपति की बेटी पर मुल्क को लूटने का आरोप लगा है. जिसके बाद अंगोला में उनके खिलाफ आपराधिक जांच शुरू कर संपत्ति को सीज कर दिया गया है. अजाबील डांस सैंटोश अफ्रीका की सबसे धनी औरत हैं. उन्होंने अपनी संपत्ति में बेपनाह ईजाफा घोटाले के जरिए किया. अपने पिता के राष्ट्रपति रहते ही उन्हें तेल, हीरे और दूरसंचार सेक्टर में कदम रखा. इसके बाद उन्होंने अनैतिक तरीकों से अथाह दौलत कमाई. धोखाधड़ी कर प्राकृतिक संसाधनों से संपत्ति अर्जित करने में उनके पिता ने खुली छूट दी. यहां तक उनके पति को भी कई संदिग्ध सौदे खरीदने की इजाजत दी गई.


मुश्किल में अंगोला की सबसे ताकतवर महिला


अजाबील डांस सैंटोश ने अपनी काली कमाई का ज्यादातर हिस्सा लंदन में निवेश किया. उनकी स्थिति ये है कि आज लंदन में कई महंगी जगहों की मालकिन हैं. मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब संपत्ति से संबंधित दस्तावेज अफ्रीका में काम करनेवाली एक संस्था को लगा. व्हिसलब्लओर के मुहैया कराये दस्तावेज के मुताबिक, “दस्तावेज की छानबीन और जांच का काम मीडिया के 37 संस्थानों ने किया.”

भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करनेवाली संस्था के प्रतिनिधि का कहना है कि दस्तावेज देखकर पता चलता है कि कैसे उन्होंने अपने मुल्क के नागरिकों का शोषण किया. जब कभी उन्हें किसी पत्रिका के कवर पेज पर या जब कभी फ्रांस में उन्हें आकर्षक पार्टियों की शोभा बढ़ाते हुए देखा जाता है तो उन्हें लगता है कि अंगोला के नागरिकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.

2016 तक डैश सैंटोश के पिता अंगोला के राष्ट्रपति पद पर रहे. 38 बरसों तक मुल्क के बेताज बादशाह बने उनके पिता 2017 में रिटायर हुए. अपने पिता के रिटायरमेंट के बाद से ही उनकी बेटी का बुरा दौर शुरू हो गया. दो माह बाद ही संटौश को सरकारी तेल कंपनी के प्रमुख पद से निकाल बाहर कर दिया गया.


दस्तावेज को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि तेल कंपनी के प्रमुख पद पर रहते उन्होंने संदिग्ध ट्रांजैक्शन किया. इसके जरिए 58 मिलियन अमेरिकी डॉलर दुबई की एक कंपनी को दी. कहा जाता है कि अजाबेला ने सबसे ज्यादा संपत्ति पुर्तगाल की ऊर्जा कंपनी में हिस्सेदारी के जरिए बनाई.


उन्होंने कंपनी में सिर्फ 15 फीसद शेयर खरीद 70 मिलियन अमेरिकी डॉलर को कम ब्याज दर पर कर्ज में बदलवा लिया. उसके बाद अंगोला पर कर्ज की रकम बढ़ती गई. यहां तक कि 11 साल तक कर्ज की अदायगी न करने पर पुर्तगाल की कंपनी में उनका हिस्सा 750 मिलियन यूरो का हो गया.


2017 में अजाबीला की कंपनी ने कर्ज की रकम अदा करने की पेशकश की मगर उनकी पेशकश को मंजूर नहीं हुई. इसलिए कि नौ मिलियन यूरो सूद की अदायगी का उसमें जिक्र नहीं था.