Egypt: मिस्र के दिवंगत राष्ट्रपति अनवर सादात का पासपोर्ट नीलाम किये जाने के बाद उनका परिवार बेहद नाराज है. परिवार ने अमेरिकी ऑक्शन हॉउस में पूर्व राष्ट्रपति के पासपोर्ट की बिक्री की जांच करने के लिए अधिकारियों को बुलाया है. परिवार की दलील है कि उनका पासपोर्ट देश की विरासत का हिस्सा है.
गौरतलब है कि मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति सादात का राजनयिक पासपोर्ट 22 फरवरी को डलास, टेक्सास स्थित हेरिटेज ऑक्शन में 47,500 डॉलर में बेचा गया, इस बात की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर दी गयी है. इस मामले को लेकर पूर्व राष्ट्रपति के पोते करीम सादात बेहद गंभीर हैं. बता दें कि करीम खुद संसद के सदस्य भी हैं. उन्होंने इस मामले को लेकर कहा है कि दादा का पासपोर्ट बेचना एक अपमान है. यह अपमान मेरे परिवार के साथ पूरे मिस्र के लोगों के लिए है.
ऑक्शन हॉउस तक कैसे पहुंचा पासपोर्ट
सांसद ने शनिवार को मिस्र के एक टीवी टॉक शो होस्ट से कहा कि उम्मीद है कि विदेश मंत्रालय इस घटना की जांच करेगा. घटना के बाद से कई लोगों ने सोचा है कि ऑक्शन हॉउस तक कैसे पहुंच गया. सादात ने कहा कि जहां तक वह जानते हैं, दादा की मौत के बाद दादी ने उनके सामान को उत्तरी मिस्र में अलेक्जेंड्रिया के पुस्तकालय में सौंप दिया था. लेकिन लाइब्रेरी के निदेशक अहमद जायद ने शनिवार को उसी टॉक शो होस्ट को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति का पासपोर्ट उस सामान में नहीं था.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो नीलामी वाली वेबसाइट पर पूर्व राष्ट्रपति के पासपोर्ट के नए मालिक के बारे में कोई जिक्र नहीं किया गया है. हेरिटेज ऑक्शन के अनुसार, 19 मार्च, 1974 को जारी किए गए यात्रा दस्तावेज में अड़तालीस पृष्ठ हैं और यह अहस्ताक्षरित है. यह 18 मार्च, 1981 तक वैध था और 1974 से एक स्टाम्पयुक्त वीजा है.
बेरहमी से हुई थी राष्ट्रपति की हत्या
बता दें कि अनवर सादात को बेहद बेरहमी से मारा गया था. राष्ट्रपति मोहम्मद अनवर सादात 1970 में राष्ट्रपति बने और 11 साल तक इस पद पर रहें. 6 अक्तूबर 1981 को उनकी हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या बेहद दर्दनाक अंदाज में हुई थी. दरअसल, छह अक्तूबर को मिस्र का विजय परेड दिवस होता है. इसी दिन15 हथियारबंद लोगों ने राष्ट्रपति को गोलियों से भून दिया था.