Dr. Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार (26 दिसंबर) को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया. डॉ. सिंह के निधन पर न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया ने शोक व्यक्त किया है. डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा "जिल और मैं पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर भारत के लोगों के साथ शोक व्यक्त करता हूं.  इस कठिन समय में हम उस दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध हैं जिसके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया." उन्होंने डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर, उनके तीन बच्चों और भारत के सभी लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं.


डॉ. मनमोहन सिंह को उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के उत्थान के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने 1991 में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी जो भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायक साबित हुए. इसके अलावा उन्होंने भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए कई कदम उठाए. उनकी शांत, सौम्य और सोच-समझकर किए गए फैसलों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.


डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान वैश्विक स्तर पर सराहा गया


मनमोहन सिंह का योगदान सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं था बल्कि वैश्विक राजनीति में भी उन्हें बहुत सम्मान मिला था. उनके द्वारा किए गए आर्थिक सुधारों ने न केवल भारत को लाभ पहुंचाया बल्कि पूरी दुनिया में भारत को एक नई पहचान दिलाई. उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक वित्तीय संकट से भी उबरने में सफलता हासिल की थी.


भारत और दुनिया भर से शोक संदेश


डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद भारत सहित दुनियाभर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके योगदान को याद किया. दुनिया भर के नेताओं ने डॉ. सिंह के योगदान को सराहा और उन्हें एक सशक्त और शांतिपूर्ण नेता के रूप में याद किया.


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