जब ईरान की यूनिट का चीफ ही निकला इजरायली जासूस, जंग के बीच मोसाद को लेकर बड़ा खुलासा
ईरान के पूर्व राष्ट्रपति अहमदीनेजाद का दावा है कि मोसाद से निपटने के लिए बनाई गई ईरानी इकाई का प्रमुख खुद मोसाद एजेंट था. इस यूनिट में 20 और सदस्य मोसाद के एजेंट थे.
ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर करीब 180 मिसाइलें दागीं. ईरान के इस हमले के बीच ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद का एक इंटरव्यू सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है. इस इंटरव्यू में उन्होंने इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद को लेकर कई चौंकाने वाले दावे किए. अहमदीनेजाद बताते हैं कि ईरान ने मोसाद से मुकाबला करने के लिए एक यूनिट बनाई थी लेकिन यूनिट का चीफ जिसे बनाया गया, वही मोसाद एजेंट निकला.
पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद का इंटरव्यू 2021 का बताया जा रहा है. CNN तुर्क को दिए इस इंटरव्यू में अहमदीनेजाद ने मोसाद को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे.
यूनिट में चीफ के अलावा 20 और इजरायली एजेंट्स थे
उन्होंने बताया था, चीफ के अलावा यूनिट में 20 और इजरायली एजेंट्स काम कर रहे थे. इन एजेंट्स ने ईरान में कई बड़े खुफिया ऑपरेशन्स को अंजाम दिया. इतना ही नहीं ईरान को भनक लगने से पहले इन एजेंट्स ने अपने काम को अंजाम देकर वहां से भागने में भी सफल हो गए. अहमदीनेजाद ने दावा किया कि ये सभी लोग अब इजरायल में रह रहे हैं.
कई वैज्ञानिकों की भी की हत्या
अहमदीनेजाद ने बताया कि इन्हीं मोसाद एजेंट्स ने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से संबंधित डॉक्यूमेंट्स चुराए और कई ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की. उन्होंने बताया कि पकड़े जाने से पहले ये सभी जासूस ईरान छोड़ने में भी सफल हुए और इजरायल रहने लगे.
अहमदीनेजाद 2021 में राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल थे. लेकिन उन्हें अपने बयानों के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया. अयोग्य करार दिए जाने के बाद अहमदीनेजाद ने सीएनएन तुर्क को ये इंटरव्यू दिया था. अहमदीनेजाद 2005 से 2013 तक ईरान के राष्ट्रपति रहे. हालांकि, तब से वे सत्ता से दूर हैं. उन्होंने इस बीच कई बार राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी की. हालांकि, हर बार उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया.
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