Israel Hamas Conflict: इजराइल-हमास युद्ध की घोषणा के बाद से देश के कई शहरों में अमानवीयता का क्रूर चेहरा दुनिया के सामने दिखा. हिंसा की उठती लपटों के बीच एबीपी न्यूज़ ने भारत में इजरायल के पूर्व राजदूत डेनियल कैरमॉन से बातचीत की है. इस वक्त वह इजरायल के तेल अवीव में सेफ रूम के अंदर मौजूद हैं.


उन्होंने बताया कि इस बार इजरायल की ओर से जवाबी कार्रवाई बहुत मजबूत ढंग से दी जाएगी. हमास से केवल कब्जाए हुए इलाके ही वापस नहीं लेंगे बल्कि हमास के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई होगी. डेनियल कैरमॉन ने हमले में ईरान के शामिल होने की आशंका जताई है. उन्होंने कहा, हमले के पीछे ईरान हो सकता है क्योंकि ईरान हमेशा इजराइल के खिलाफ हमले करवाता है और हमास की मदद करता है. 


कैरमॉन कहते हैं, “ये हमला इजराइल के लिए बहुत बड़ा इंटेलिजेंस फेल्योर रहा. इसके साथ ही इजराइली सेना के लिए भी ये फेल्योर साबित हुआ है. हमास का हमला हमारा पॉलिटिकल फेल्योर भी दर्शाता है.” उन्होंने जोर देते हुए कहा, “मामले को निपटाने के बाद हम अपने फेल्यर्स की समीक्षा करेंगे.” डेनियल कैरमॉन ने इजरायल के समर्थन के लिए पीएम मोदी और भारतवासियों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि जो मुल्क हमारा विरोध कर रहे हैं, हम अभी उन पर कुछ बोलकर फिलहाल एक और फ्रंट नहीं खोलना चाहते हैं.


भारत में इजराइल के राजदूत का क्या कहना है?


दिल्ली में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने भारत और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजराइल के समर्थन के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने ट्टीट के जरिए शनिवार को बताया था कि इजराइल गाजा की ओर से किए जाने वाले हमलों के चपेट में हैं.






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