Imran Khan: इमरान खान ने जेल से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भरा आवेदन, बनना चाहते हैं चांसलर
Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में चांसलर पद के लिए आवेदन किया है. इमरान खान का ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पुराना नाता रहा है.
Imran Khan: पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में चांसलर बनने के लिए आवेदन किया है. खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के लंदन स्थित प्रवक्ता सैयद जुल्फिकार बुखारी ने एएफपी से इस मसले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि खान ने अपनी टीम को आवेदन जमा करने का निर्देश दिया है. बुखारी ने कहा, 'इमरान खान ने निर्देश दिया था कि वह अपना आवेदन जमा करना चाहते हैं और अब आवेदन की जांच की जाएगी.'
बुखारी ने कहा कि 'यह एक औपचारिक पद है, लेकिन अत्यंत प्रतिष्ठा और महत्व वाला है. इमरान खान ऑक्सफोर्ड से निकलने वाले बड़े और अधिक लोकप्रिय नामों में से एक हैं, इसलिए उन्हें चांसलर के रूप में देखना शानदार होगा.' ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के अनुसार, चांसलर के 10 साल के कार्यकाल के लिए उम्मीदवारों की सूची अक्टूबर में सार्वजनिक की जाएगी. इसके लिए महीने के अंत में मतदान होना है. ब्रिटिश मीडिया के अनुसार, अन्य प्रमुख आवेदकों में पूर्व विदेश सचिव विलियम हेग और पूर्व यूरोपीय संघ व्यापार आयुक्त पीटर मैंडेलसन शामिल हैं.
एशियाई मूल के पहले व्यक्ति होंगे इमरान
दरअसल, फरवरी महीने में हांगकांग के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर क्रिस पैटन ने ऑक्सफोर्ड के चांसलर के रूप में पद छोड़ने की घोषणा की थी. बुखारी ने कहा, 'अगर इमरान खान ऑक्सफोर्ट यूनिवर्सिटी के चांसलर बनते हैं, तो वे एशियाई मूल के पहले व्यक्ति होंगे.' बुखारी ने कहा कि यह न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि पूरे एशिया और दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी.
इमरान खान का ऑक्सफोर्ड से पुराना रिश्ता
इमरान खान ने 1975 में ऑक्सफोर्ड से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री हासिल की थी. वह अपने क्रिकेट करियर के दौरान अक्सर ब्रिटिश गॉसिप पत्रिकाओं में दिखाई देते थे. खान ने 2018 से 2022 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने हाल ही में भ्रष्टाचार से लेकर हिंसा भड़काने के आरोपों में एक साल जेल में बिताया है. उन्होंने दावा किया है कि ये आरोप उन्हें सत्ता में वापस आने से रोकने के लिए राजनीति से प्रेरित हैं.