Donald Trump: यूएस कैपिटल (US Capitol) पर 2021 में हुए दंगों की जांच कर रहे सांसदों ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को गवाही देने के लिए कहा है. सांसदों की ओर कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रम्प इस बात को टेस्टिफाई करें कि वे दंगों में शामिल थे या नहीं. मध्यावधि चुनाव से पहले इसकी अंतिम सुनवाई होने की उम्मीद में सात डेमोक्रेट और दो रिपब्लिकन के हाउस पैनल ने जांचकर्ताओं के सामने ट्रम्प की उपस्थिति को मजबूर करने के लिए सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की.


'उनको अपने कार्यों के लिए जवाबदेह होना चाहिए'


समिति के अध्यक्ष बेनी थॉम्पसन ने कहा, "हमें निष्पक्ष और संपूर्ण होने और हमारे द्वारा प्राप्त किए गए सबूतों के लिए एक पूर्ण संदर्भ प्राप्त करने की आवश्यकता है, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प को सुनने के लिए इस समिति की आवश्यकता हमारे तथ्य-खोज से परे है." उन्होंने कहा कि यह अमेरिकी लोगों के प्रति जवाबदेही के बारे में एक सवाल है. उनको अपने कार्यों के लिए जवाबदेह होना चाहिए और उनका जवाब देना आवश्यक है.


जनवरी में कांग्रेस के नए कार्यकाल के साथ किसी भी मामले में कोई भी समन समाप्त हो जाएगा. नवंबर के चुनावों में प्रतिनिधि सभा के बदलने की उम्मीद है. यही कारण है कि वे जांच को तुरंत समाप्त करने की योजना बना रहे हैं. हालांकि, यह कदम जांच की एक आक्रामक वृद्धि का प्रतीक है, जिसने 2021 में अपनी स्थापना के बाद से 100 से अधिक समन जारी किए हैं और 1,000 से अधिक लोगों का साक्षात्कार लिया है. ये भी बता दें कि आज तक किसी भी मौजूदा राष्ट्रपति को कांग्रेस के सामने गवाही देने के लिए मजबूर नहीं किया गया है. सांसदों ने पूर्व राष्ट्रपतियों को कार्यालय में उनके आचरण पर चर्चा करने के लिए बुलाया है.


क्या ट्रम्प होंगे पेश?


अभी तक ट्रम्प की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अगर वह पालन करने से इनकार करते हैं तो पूरा सदन उन पर आपराधिक अवमानना ​​​​का मुकदमा चलाने की सिफारिश कर सकता है. दूसरी ओर, जांच समिति ने यह भी साफ किया कि डोनाल्ड ट्रम्प लोकतंत्र के लिए "स्पष्ट और वर्तमान" रूप से खतरा हैं. 


यूएस कैपिटल दंगे


जनवरी 2021 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों की भीड़ ने वॉशिंगटन के कैपिटल हिल इलाके पर धावा बोला और यह भीड़ वहां मौजूद पुलिस से भिड़ गई. यह भीड़ सीनेट कक्ष तक पहुंचने में सफल रही और वहीं पर कुछ ही देर बाद चुनाव परिणाम प्रमाणित किए गए थे. दंगों में आधिकारिक रूप से चार लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद कैपिटल से भीड़ को बाहर निकाला गया और सभी सीनेटरों को बाइडन की जीत के प्रमाणीकरण के लिए फिर से सीनेट कक्ष में लाया गया.


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