Former Prime Minister of Thailand: थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा राजनीतिक उथल-पुथल के बीच 15 साल से अधिक समय तक स्व-निर्वासन के बाद मंगलवार (22 अगस्त) को देश लौट आए हैं. 


सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, 74 वर्षीय थाकसिन 2001 से तब तक पद पर थे, जब तक कि 2006 में सैन्य तख्तापलट में उन्हें पद से हटा नहीं दिया गया. वह 2008 में देश से बाहर चले गए. उन पर भ्रष्‍टाचार का आरोप है. 


समर्थकों की भीड़ का किया अभिवादन
थाकसिन मंगलवार सुबह 9 बजे एक निजी जेट से बैंकॉक के डॉन मुएंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे. लगभग 90 मिनट बाद वह हवाईअड्डे के निजी जेट टर्मिनल से बाहर निकले जिसके बाद उन्होंने समर्थकों की भीड़ का अभिवादन किया और थाईलैंड के राजा के फोटो को नमन किया. 


बहन यिंगलक शिनावात्रा से मिले थाकसिन
वीडियो में थाकसिन को सिंगापुर में फ्लाइट में चढ़ने से पहले अपनी बहन यिंगलक शिनावात्रा को गले लगाते हुए दिखाया गया है, जो स्व-निर्वासन में रहती हैं. बता दें कि यिंगलक को 2011 में थाईलैंड की पहली महिला प्रधान मंत्री के रूप में चुना गया था, लेकिन संवैधानिक न्यायालय द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करने के फैसले के बाद 2014 में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. 


सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, थाकसिन का लंबे समय के वापसी उसी दिन हुई है जब नए प्रधान मंत्री को चुनने के लिए संसद में मतदान हो रहा है. थाकसिन समर्थित फू थाई पार्टी, जो मई के चुनाव में दूसरे स्थान पर रही थी. 


मुगल श्रेथा थाविसिन होंगे अगले प्रधानमंत्री 
वहीं अब मंगलवार (22 अगस्त) को रियल एस्टेट मुगल श्रेथा थाविसिन को अगले प्रधान मंत्री के रूप में नामित करेगी. सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संसदीय वोट हासिल करने के लिए सोमवार (21 अगस्त) को फू थाई ने अपने पूर्व सैन्य प्रतिद्वंद्वियों के साथ एक समझौता किया. 


2014 में, पूर्व सेना प्रमुख प्रयुत चान-ओ-चा ने फू थाई सरकार से सत्ता छीन ली और यिंगलक ने थाकसिन के बाद स्‍व-निर्वासन कर लिया. प्रयुत ने तब से थाईलैंड पर शासन किया है, उन्होंने जुलाई में घोषणा की थी कि वह दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे और राजनीति से संन्यास ले लेंगे. 


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