संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 303 भारतीय यात्रियों को लेकर निकारगुआ जा रहे एक विमान को फ्रांस में उतार लिया गया. मानव तस्करी की आशंका के चलते ये एक्शन लिया गया. फ्रांस की स्थानीय मीडिया के मुताबिक, फ्रांस की नेशनल एंटी-ऑर्गनाइज्ड क्राइम यूनिट JUNALCO ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. जांच एजेंसी सभी यात्रियों से पूछताछ कर रही है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिट ने आगे की पूछताछ के लिए 2 लोगों को हिरासत में लिया है. इतना ही नहीं भारतीय दूतावास की टीम मौके पर पहुंच गई है. दूतावास का कहना है कि यात्रियों की भलाई और सुरक्षा अहम है.
दरअसल, रोमानियाई कंपनी लीजेंड एयरलाइंस के A340 विमान ने दुबई से निकारगुआ के लिए उड़ान भरी थी. इसे पेरिस से 150 किलोमीटर पूर्व में स्थित वैट्री एयरपोर्ट पर खड़ा किया गया है. वैट्री हवाई अड्डा ज्यादातर बजट एयरलाइनों को सेवा प्रदान करता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विमान में ईंधन भरा जाना था. इसमें सवार 303 नागरिक संभवता UAE में काम करते हैं. तभी मानव तस्करी के शक में इसे रोक लिया गया.
वेटिंग एरिया में लगाए गए बिस्तर
फ्रांस पहुंचने के बाद यात्रियों को पहले विमान में ही रखा गया, लेकिन फिर बाहर निकालकर टर्मिनल भवन भेज दिया गया. पूरे एयरपोर्ट को पुलिस ने घेर लिया है. दरअसल, फ्रांस के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि विमान में सवार लोग मानव तस्करी के शिकार हो सकते हैं. यात्रियों को एयरपोर्ट के वेटिंग एरिया में भेजा गया, जहां रात में ठहरने के लिए बिस्तर की व्यवस्था की गई है. लीजेंड एयरलाइंस की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
भारतीय दूतावास के अधिकारी पहुंचे
इसी बीच भारतीय दूतावास ने जानकारी दी है कि अधिकारी एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं और फ्रांस के अधिकारियों के संपर्क में हैं. भारतीय दूतावास ने बताया, फ्रांसीसी अधिकारियों ने हमें बताया कि दुबई से निकारगुआ जा रही एक फ्लाइट को हिरासत में लिया गया. फ्लाइट में 303 लोग सवार हैं, जिनमें अधिकतर भारतीय मूल के नागरिक हैं. दूतावास की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. घटना की जांच की जा रही है. यात्रियों की भलाई और सुरक्षा महत्वपूर्ण है.