इतनी गंदी कैसे हो गई फ्रांस की राजधानी? Paris में सड़कों पर 5600 टन कचरा जमा, एक हफ्ते से नहीं उठा कूड़ा
Protest In Paris against Pension Bill: फ्रांस में इन दिनों सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. सफाईकर्मियों ने काम छोड़ दिया है. इसकी वजह इमैनुअल मैक्रों सरकार की नई पेंशन स्कीम वाला विधेयक है.
France Pension Strikes: दुनिया के सबसे साफ-सुथरे और आधुनिक देशों से एक फ्रांस (France) की राजधानी में इन दिनों गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. यहां एक हफ्ते में सड़कों पर करीब 5,600 टन कचरा जमा हो गया है. देखकर ऐसा नहीं लग रहा कि ये वही पेरिस (Paris) है, जिसका नाम सबसे चमक-दमक वाले शहरों में लिया जाता है.
'फ्रांस 24' की रिपोर्ट के मुताबिक, पेरिस समेत कई फ्रांसिसी शहरों में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा है और ऐसा इसलिए है क्योंकि फ्रांस में सफाईकर्मी हड़ताल पर हैं. ये हड़ताल फ्रांस में नई पेंशन योजना के तहत रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने के विरोध में चल रही है.
पेरिस की सड़कों पर जगह-जगह गंदगी के ढेर
दरअसल, फ्रांसिसी सरकार नई पेंशन योजना के तहत रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा रही है, जिसके खिलाफ यहां के लोग पिछले 2 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं. विरोध करने वालों में हजारों सफाई कर्मी भी शामिल हैं. एक सफाईकर्मी ने कहा कि कचरा उठाने वालों की रिटायरमेंट एज 57 साल है. वहीं, सीवर साफ करने वालों की रिटायरमेंट एज 52 साल है. अब सरकार जो नई पेंशन योजना लाई है, यदि वो लागू हो गई, तो कर्मचारियों को दो साल और काम करना होगा. इसका असर उनकी बाकी की जिंदगी पर पड़ेगा.
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— Andy Vermaut (@AndyVermaut) March 12, 2023
कर्मियों ने कई शहरों में काम पर जाना बंद कर दिया
सामान्यत: सफाईकर्मी दिन के 4 से 5 घंटे सीवर के अंदर रहते हैं. उन्हें सफाई के दौरान निकलने वाली कई गैसों से खतरा होता है, जिससे उनके बीमार होने या जान चले जाने के चांस ज्यादा होते हैं. ऐसी ही वजहें गिनाकर फ्रांस में सफाईकर्मियों ने कई शहरों में काम पर जाना बंद कर दिया है.
16 मार्च को बिल का रिव्यू करेगी कमेटी
फ्रांसिसी मीडिया के मुताबिक, उनके देश में रिटायरमेंट की एज को 62 से बढ़ा कर 64 करने वाला एक बिल 11 मार्च को सीनेट (फ्रांस की संसद का अपर हाउस) में पास हो चुका है और अब 16 मार्च को एक जॉइंट कमेटी उसका रिव्यू करेगी. उसके बाद दोनों सदनों में उस पर फाइनल वोटिंग होगी. इसी के आधार पर तय होगा की नई पेंशन योजना को लागू करना है या नहीं.
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