Eiffel Tower: फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित एफिल टॉवर को बुधवार (27 दिसंबर) को बंद कर दिया गया. दुनिया के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक एफिल टॉवर को कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद बंद कर दिया गया. इस बात की जानकारी एफिल टॉवर का संचालन करने वाली संस्थान एसईटीई ने दी है.
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, हार्ड-लेफ्ट सीजीटी यूनियन ने एक बयान में कहा कि टावर बनाने वाले इंजीनियर गुस्ताव एफिल की मृत्यु की 100वीं वर्षगांठ पर यह हड़ताल की गई. यूनियन ने कहा कि हमारी कुछ मांगे हैं, जिसको लेकर यह हड़ताल हुई है. हालांकि क्या मांगे हैं, इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. बता दें कि इसके डिजाइनर गुस्तावे की आज ही के दिन यानी 28 दिसंबर को वर्ष 1923 में मौत हो गई थी. ऐसे में गुस्तावे की मौत को 100 साल पूरे हो गए.
अगली सूचना तक टॉवर बंद
एफिल टावर के प्रवक्ता के अनुसार, पर्यटक अभी भी टावर के नीचे कांच से घिरे एस्प्लेनेड तक पहुंच सकते हैं, लेकिन 300 मीटर (984 फुट) के ऐतिहासिक स्थल तक पहुंच अगली सूचना तक बंद है. प्रवक्ता ने कहा कि हड़ताल की घोषणा पेरिस शहर के साथ अनुबंध वार्ता से पहले की गई थी. यूनियन प्रतिनिधियों ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि यह हड़ताल कितने समय तक चलेगी.
बम से उड़ाने की भी मिली थी धमकी
दुनिया की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक, एफिल टॉवर आम तौर पर साल में 365 दिन खुला रहता है. हालांकि इसमें कभी-कभार हड़तालें देखी जाती हैं. गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में एफिल टॉवर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, जिसके बाद एहतियात के तौर पर इसे खाली कराया गया था. हालांकि यह बम की धमकी सिर्फ अफवाह निकली. बता दें कि इस ऐतिहासिक टॉवर पर निर्माण कार्य जनवरी 1887 में शुरू हुआ था और 31 मार्च, 1889 को समाप्त हुआ था.
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