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France Presidential Election: फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान कल, जान लीजिए इससे जुड़ी ये 5 बातें
France Presidential Election: रविवार की वोटिंग यह तय करेगी कि प्रो-यूरोपीय मध्यमार्गी इमैनुएल मैक्रों या धुर दक्षिणपंथी, अप्रवास विरोधी मरीन ली पेन में कौन अगले 5 वर्षों के लिए फ्रांस पर शासन करेगा.
France Presidential Election: फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रविवार को दूसरे और अंतिम चरण का मतदान होगा. रविवार की वोटिंग यह निर्धारित करेगी कि प्रो-यूरोपीय मध्यमार्गी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों या धुर दक्षिणपंथी, अप्रवास विरोधी मरीन ली पेन में कौन अगले पांच वर्षों के लिए फ्रांस पर शासन करेगा. जानते हैं वे जरूरी बातें जो इस चुनाव के बारे में पता होनी चाहिए.
कौन जीतेगा?
- लगभग सभी ओपीनियन पोल में 44 वर्षीय मध्यमार्गी मैक्रों की जीत का अनुमान जताया जा रहा है. हालांकि वह कितने मतों के अंतर से अपनी प्रतिद्वंद्वी को हरा सकते हैं, इसे लेकर असमंजस बरकरार है. माना जा रहा है इस बार ये अंतर 2017 के मुकाबले बहुत कम रहेगा जब मैक्रों ने ली पेन को 66.1% वोट से हराया था.
- वहीं ली पेन की जीत से इनकार नहीं किया जा सकता है, भले ही उनकी संभावना कम बताई जा रही है.
निर्णायक क्या होगा?
- मतदाता किसे नापसंद करते हैं या किससे सबसे ज्यादा डरते हैं? किसी भी उम्मीदवार के पास इतने कट्टर समर्थक नहीं हैं कि वह उन्हें सत्ता में ला सके. इसलिए कुंजी यह है कि मतदाताओं को यह विश्वास दिलाया जाए कि दूसरा उम्मीदवार बदतर है, जिसमें मैक्रों ने दूर-दराज़ के डर पर भरोसा किया है और ली पेन ने सत्ता में अपने प्रतिद्वंद्वी के रिकॉर्ड के साथ मतदाता मोहभंग पर भरोसा किया.
- वामपंथी मतदाताओं के निर्णय परिणाम के लिए महत्वपूर्ण होंगे. वामपंथी रूझान रखने वाले लोग असमंजस की स्थिति में हैं जो मध्यमार्गी माने जाने वाले मैक्रों को पसंद नहीं करते, लेकिन वे धुर दक्षिणपंथी ली पेन के पक्ष में भी मतदान नहीं करना चाहते.
रविवार के बाद क्या होगा?
- रविवार को जो भी जीत किसी की भी हो लेकिव यह जीत कड़वे, विभाजनकारी अभियान के बाद और शायद कम बहुमत के साथ ही होगी.
- यदि मैक्रों जीत जाते हैं, तो उन्हें एक कठिन दूसरे जनादेश का सामना करना पड़ेगा, जिसमें बहुत कम या कोई रियायती अवधि नहीं होगी और सभी वर्गों के मतदाताओं के पेंशन सहित व्यापार-समर्थक सुधारों को जारी रखने की उनकी योजना को लेकर सड़कों पर उतरने की संभावना है.
- यदि ली पेन जीत जाती हैं, तो फ्रांस की घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय नीतियों में आमूल-चूल परिवर्तन की उम्मीद की जाएगी, और सड़क पर विरोध तुरंत शुरू हो सकता है.
- विजेता की पहली चुनौतियों में से एक होगा जून संसदीय चुनाव जीतना होगा.
मतदाताओं के लिए मुख्य मुद्दे क्या हैं?
- ऊर्जा की कीमतों में भारी वृद्धि और बढ़ती मुद्रास्फीति के बाद, क्रय शक्ति मतदाताओं की सर्वोच्च चिंता है. ली पेन ने इस मुद्दे पर अपने अभियान को सफलतापूर्वक केंद्रित किया है.
- यूक्रेन में जंग के बीच चुनाव प्रचार शुरू हो गया था पोल ने मैक्रों के लिए शुरुआती बढ़त दिखाई, लेकिन वह कम हो गई है.
- सर्वेक्षणों से पता चलता है कि मतदाता मैक्रों की आर्थिक नीति से नाखुश हैं, लेकिन बेरोजगारी वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर है और सर्वेक्षण करने वालों को नहीं लगता कि उनका कोई भी विरोधी बेहतर करेगा.
- मैक्रों ने COVID-19 महामारी को कैसे संभाला, यह भी एक भूमिका निभा सकता है.
कब पता लगेगा कौन जीता?
- मतदान 24 अप्रैल को 0600 GMT से शुरू होगा.
- 1800 GMT पर, मतदान समाप्त होना है, एग्जिट पोल प्रसारित होंगे और फ्रेंच टीवी अनुमानित विजेता की घोषणा करेगा. आधिकारिक परिणाम शाम तक आते हैं, लेकिन एग्जिट पोल आमतौर पर विश्वसनीय होते हैं.
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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