France Unrest Highlights: फ्रांस में पुलिसकर्मी की गोली से लड़के की मौत के बाद हिंसा पर काबू पाने की कवायद, 45000 पुलिस अधिकारी तैनात
France Riots: फ्रांस में पुलिस की गोली से एक लड़के की मौत के बाद हिंसा थम नहीं रही है. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं.
फ्रांस में दंगों से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया. गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने ब्रॉडकास्टर टीएफ1 को बताया कि सरकार ने मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार (30 जून) शाम को 45,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया है.
फ्रांस में दंगों की फुटेज सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किए जाने के आरोपों के बीच एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म स्नैपचैट ने कहा है कि वह हिंसा और नफरत वाली सामग्री के लिए 'जीरो टॉलेरेंस' रखता है. स्नैपचैट ने कहा है कि वह बरीकी से स्थिति पर नजर रख रहा है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने एक प्रवक्ता के हवाले से बताया कि स्थिति पर बारीकी से नजर रखना जारी रहेगा. स्नैपचैट का यह बयान राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से सोशल मीडिया की आलोचना किए जाने के बाद आया है.
बीएनओ न्यूज के मुताबिक, उत्तरी फ्रांस में दुकान से गिरे एक 19 वर्षीय लड़के को ब्रेन डेड घोषित किया गया है. उसे दंगों में शामिल बताया गया. यह दंगों से जुड़ी पहली मौत बताई जा रही है.
फ्रांस के अखबार ले मोंडे ने पीएम दफ्तर के हवाले से बताया है कि गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन और डिजिटल-दूरसंचार मंत्री जीन नोएल बैरोट दंगों के बीच जिम्मेदारियों के बारे में चेतावनी देने के लिए सोशल मीडिया फर्मों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे.
इससे पहले लोकल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ने घोषणा की थी कि इले-डी-फ्रांस (जिस क्षेत्र में पेरिस भी शामिल है) में अगली सूचना तक स्थानीय समयानुसार रात 9 बजे सभी ट्राम और बसें रोक दी जाएंगी. अब फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने देशभर में इसी तरह के उपाय लाने के लिए कहा है.
फ्रांस के मौजूदा हालात के मद्देनजर ब्रिटेन ने वहां घूमने गए अपने नागरिकों को चेतावनी जारी की है.
फ्रांस के दूसरे सबसे बड़े शहर मार्सिले ने सार्वजनिक प्रदर्शनों पर बैन लगाने का फैसला किया है. स्थानीय अधिकारियों यह जानकारी दी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, मार्सिले में सभी सार्वजनिक परिवहन स्थानीय समयानुसार शाम 7 बजे से बंद हो जाएंगे.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दूसरी संकट बैठक के बाद कहा कि हिंसा ऑनलाइन तरीके से अंजाम दी जा रही है. दंगों में शामिल युवाओं पर उन्होंने कहा, ''कभी-कभी लगता है कि उनमें से कुछ सड़कों पर रह रहे हैं और वीडियो गेम ने उन्हें लत में डाल दिया है.''
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है सोशल मीडिया फ्रांस में कॉपीराइट हिंसा को बढ़ावा दे रहा है और एजेंसियां स्नैपचैट और टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म्स से सेंसटिव सामग्री हटाने के लिए कहेंगी.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर एक बयान जारी किया है. उन्होंने किशोर की मौत के मामले में पैदा की जारी स्थिति की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि दंगों को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे. मैक्रों ने आह्वान किया है कि माता-पिता अपने बच्चों को दंगों में शामिल होने के लिए न भेजें. इसी के साथ मैक्रों ने सोशल मीडिया से संवेदनशील दंगाई सामग्री को हटाने का निर्देश दिया है.
फ्रांस में एक पुलिसकर्मी की गोली से एक लड़के की मौत के बाद हिंसा हो रही है. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को मौजूदा हालात के मद्देनजर यूरोपीय यूनियन की समिट को बीच में छोड़कर लौटना पड़ा है. वह एक संकट बैठक करेंगे.
बैकग्राउंड
France News: फ्रांस में मंगलवार (27 जून) को पुलिसकर्मी की गोली से एक लड़के की मौत के बाद से हिंसक घटनाएं हो रही हैं. मंगलवार सुबह 9 बजे के आसपास नाहेल एम नाम के 17 वर्षीय लड़के को ट्रैफिक नियम के उल्लंघन करने पर पुलिस ने गोली मार दी थी. नाहेल एम टेकअवे डिलीवरी ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था और वह रग्बी का एक खिलाड़ी था.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, शुक्रवार (30 जून) को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को मौजूदा संकट पर एक बैठक करने के लिए यूरोपीय यूनियन शिखर सम्मेलन को बीच में छोड़कर दंगा प्रभावित अपने देश में लौटना पड़ा.
प्रदर्शनकारियों ने अब तक कई कारों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया है. पुलिस सैकड़ों लोगों को हिरासत में ले चुकी ही. कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर एक बयान जारी किया है.
राष्ट्रपति मैक्रों ने किशोर की मौत के मामले में पैदा की जा रही स्थिति की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि दंगों को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे. मैक्रों ने आह्वान किया है कि माता-पिता अपने बच्चों को दंगों में शामिल होने के लिए न भेजें. इसी के साथ मैक्रों ने सोशल मीडिया से संवेदनशील सामग्री को हटाने का निर्देश दिया.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले गुरुवार (29 जून) की रात को 875 गिरफ्तारियां की गईं. कई लोग घायल हुए, जिनमें दो सौ से ज्यादा पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने शुक्रवार (30 जून) को सलाह दी कि देशभर में स्थानीय समयानुसार रात 9 बजे से बसों और ट्रामों को रोक दिया जाना चाहिए.
फ्रांस की राजधानी में अशांति देखी जा रही है क्योंकि नाहेल उत्तर-पश्चिम पेरिस के एक उपनगर नैनटेरे (Nanterre) में रहता था. जिस पुलिकर्मी ने नाहेल पर गोली चलाई, उस पर स्वैच्छिक हत्या का आरोप लगाया गया है. उसने नाहेल के परिवार से माफी मांगी है.
नाहेल की मौत ने फ्रेंच पुलिसिंग की स्थिति पर बहस छेड़ दी है, जिसमें 2017 का विवादास्पद आग्नेयास्त्र कानून भी शामिल है. यह कानून अधिकारियों को तब गोली मारने की अनुमति देता है जब कोई ड्राइवर रुकने का आदेश नहीं मानता है.
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