French Journalist Killed In Ukraine: यूक्रेन में युद्ध को कवर करते हुए एक फ्रांसीसी पत्रकार (French Journalist) की मौत हो गई. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन (Emmanuel Macron) ने सोमवार को ट्विटर पर यह जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, "फ्रेडरिक लेक्लेर-इमहॉफ (Frederic Leclerc-Imhoff) युद्ध की वास्तविकता दिखाने के लिए यूक्रेन में थे. नागरिकों के साथ एक बस में सवार होकर रूसी बम विस्फोटों से बचने के लिए भागने के लिए मजबूर हुए, वह घातक रूप से घायल हो गए. ”  लेक्लेर-इमहॉफ के नियोक्ता फ्रांसीसी टीवी चैनल BFM-TV ने भी उनकी मारे जाने की पुष्टि की है.


द कीव इंडीपेंडेंट के मुताबिक गर्वनर सेरही हैदाई के अनुसार,  लुहान्स्क ओब्लास्ट में निकासी के प्रयास के दौरान फ्रांसीसी पत्रकार की मौत हो गई.  हैदाई ने कहा, “रूसी सेना ने एक बख्तरबंद निकासी वाहन पर गोलाबारी की, जिससे फ्रांसीसी रिपोर्टर फ्रेडरिक लेक्लेर इम्हॉफ की मौत हो गई, जो इस प्रयास को कवर कर रहा था.” द कीव इंडीपेंडेंट ने सेरही हैदाई के टेलीग्राम अकाउंट के हवाले से पत्रकार की तस्वीर भी ट्विटर पर शेयर की है.


 






'सरेंडर करने वाले सैनिकों को मिल सकती है मौज की सजा' 
इस बीच मॉस्को समर्थक अलगाववादी अधिकारी ने सोमवार को कहा कि मारियुपोल शहर में अज़ोवस्टल स्टील प्लांट में रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण करने वाले यूक्रेनी सैनिकों को मौत की सजा का सामना करना पड़ सकता है. एएफपी के मुताबिक पूर्वी यूक्रेन में स्व-घोषित डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक के न्याय मंत्री यूरी सिरोवात्को ने आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी के हवाले से कहा, "अदालत उनके बारे में फैसला करेगी." उन्होंने कहा, "ऐसे अपराधों के लिए हमारे पास DNR में सजा का उच्चतम रूप है – मृत्युदंड.”


फ्रांस और जर्मनी ने की पुतिन से अपील 
कीव ने कहा है कि वह सैनिकों की अदला-बदली करना चाहता है, जबकि मॉस्को (Moscow) ने संकेत दिया है कि सैनिक पहले मुकदमे का सामना करेंगे. शनिवार को व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ एक फोन कॉल में, फ्रांस (France) और जर्मनी (Germany) के नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति से अज़ोवस्टल से यूक्रेनी लड़ाकों को रिहा करने की अपील की.


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