French News: पीएम मोदी और किंग चार्ल्स के स्वागत में फ्रांस ने किया अंधाधुंध खर्च, निशाने पर आए राष्ट्रपति मैक्रों
French News: फ्रांस की सरकार विदेशी मेहमानों और रात्रिभोज में कोरोड़ों रुपये खर्च करने को लेकर निशाने पर आ गई है. फ्रांस के लेखा परीक्षा कार्यालय ने विदेशी मेहमानों पर अंधाधुंध खर्च की बात कही है.
French News: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अपनी विलासिता और शाही खर्च को लेकर चर्चा में हैं. फ्रांस के सार्वजनिक लेखा परीक्षा कार्यालय ने विदेशी मेहमानों के स्वागत मे अंधाधुंध खर्च की बात कही है. कार्यालय ने बताया कि पिछले साल ब्रिटेन के राजा चार्ल्स, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए आयोजित राजकीय डिनर में कई मिलियन यूरो खर्च कर दिए गए. यह खबर ऐसे समय में आई है, जब फ्रांस की सरकार लगातार यह बात कह रही है कि वह वर्तमान सार्वजनिक व्यय को नहीं वहन कर सकता है.
सितंबर 2023 में फ्रांस ने ब्रिटेन के राजा चार्ल्स और उनकी पत्नी रानी कैमिला के लिए 17वीं शताब्दी के वर्सेल्स पैलेस के प्रसिद्ध हॉल ऑफ मिरर्स में राजकीय रात्रिभोज का आयोजन किया था. इस दौरान खाने में ब्लू लॉबस्टर, मशरूम ग्रेटिन के साथ ब्रेसे फ्रेंच पोल्ट्री और फ्रेंच और अंग्रेजी चीजों को परोसा गया था. सोमवार को कोर्ट डेस कॉम्पटेस की तरफ से जारी हुई एक रिपोर्ट में बताया कि इस भव्य भोज में फ्रांसीसी सरकार का 475,000 यूरो ($513,427) का नुकसान हुआ. इसमें से सिर्फ खानपान में 166,000 यूरो खर्च हुए. फ्रांस में कोर्ट डेस कॉम्पटेस राज्य के बजटों पर नजर रखता है.
मोदी के स्वागत में फ्रांस का बड़ा खर्च
भारत फ्रांस से और अधिक पनडुब्बी और लड़ाकू विमान खरीदे इसको लेकर पीएम मोदी को मनाने के लिए उत्सुक मैक्रों ने जुलाई 2023 में एक भव्य आयोजन किया था. इस दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में एक राजकीय रात्रिभोज का भी आयोजन किया गया, जिसमें फ्रांसीसी सरकार के 412,000 यूरो खर्च हुए. जबकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति के एलिसी पैलेस में आयोजित भोज की लागत काफी कम थी. फ्रांसीसी ऑडिटर ने कहा कि मई में चीने के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोज में मात्र 138,000 यूरो खर्च हुए.
मैक्रों की विदेश यात्राओं पर हो रहे अधिक खर्च
ऑडिटर ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति की विदेश यात्राओं पर बढ़ते खर्च को लेकर भी चिंता जताई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि विदेश यात्रा के लिए प्रति घंटे 23 हजार यूरो से अधिक की लागत आ रही है. अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए एयरबस A330 का अधिक उपयोग किया जा रहा है. लेखा परीक्षा कार्यालय ने बताया कि विदेशी मेहमानों के स्वागत और आधिकारिक यात्राओं पर खर्च बढ़ गया है. पिछले साल राष्ट्रपति भवन की लागत 6.5 फीसदी से बढ़कर 117.2 मिलियन यूरो हो गई. ऐसी स्थिति में बजट में 8.3 मिलियन यूरो का नुकसान हुआ है.
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