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टैक्सी चालक से लेकर राष्ट्रपति बनने तक, पुतिन का 70 सालों का सफर, गली की लड़ाई के इस फॉर्मूले को आज भी करते हैं इस्तेमाल

Vladimir Putin: व्लादिमिर पुतिन के जीवन में ऐसा दौर भी आया जब अतिरिक्त आमदनी के लिए उन्हें टैक्सी तक चलानी पड़ी. एक बार बोरिस येल्तसिन के संपर्क में आने के बाद वह सत्ता की सीढ़ी चढ़ते चले गए.

Vladimir Putin Life: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का जन्मदिन (Vladimir Putin Birthday) 7 अक्टूबर को होता है. इस बार वह 70 साल के हो गए. उनके 70 वर्षों का जीवन फर्श से अर्श तक की कहानी है. उनकी कहानी एक टैक्सी ड्राइवर (Taxi Driver) से लेकर दुनिया सबसे ताकतवर राष्ट्राध्यक्षों में से एक बनने की है. यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ रूस (Russia) की जंग की शुरू से आलोचना हो रही है लेकिन इसके जरिये पुतिन ने अपनी बेहिसाब ताकत का मुजायरा किया है.

अमेरिका (America) जैसा सुपर पावर भी रूस से सीधा लोहा लेने में कतराता है. पुतिन कह चुके हैं कि किसी भी कीमत पर उनके यूक्रेन प्लान में बदलाव नहीं किया आएगा और जो भी देश इसके बीच में आएगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. इसके लिए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का विकल्प खुला रखा है. हाल में यूक्रेन के चार हिस्सों लोहांस्क, डोनेट्स्क, जैपोरिजिया और खेरसॉन का रूस में विलय करने की घोषणा करते हुए पुतिन अमेरिका समेत तमाम पश्चिमी देशों को खुली चुनौती दी थी और कहा था कि अंतरराष्ट्रीय नियम यह तय नहीं करेंगे कि रूस अपना जीवन कैसे जिए. पुतिन की ये बातें बताती हैं कि वह कितने ताकतवर हैं.

पुतिन का जन्म, बचपन और मुफलिसी का दौर

7 अक्टूबर 1952 को लेनिनग्राद में व्लादिमिर पुतिन का जन्म हुआ था. पुतिन के पिता व्लादिमिर स्प्रिडोनोविक पुतिन सोवियत नेवी के सबमरीन बेड़े का हिस्सा थे. मां मारिया इवानोवना शेलोमोवा एक फैक्ट्री में काम करती थीं. ये दिन गरीबी और अभाव के थे. पुतिन का पढ़ने में मन लगता था. किताबों से उन्होंने दोस्ती कर ली थी. किताबों के अलावा, हर दिन की जिंदगी से वह सबक सीखते थे. इसमें गली की वे लड़ाइयां भी शामिल हैं जिनमें पुतिन को गुंडों से दो-चार होना पड़ा था. इन मौकों पर पुतिन एक उसूल पर काम काम करते थे और उसे आज भी इस्तेमाल करते हैं. 

जब गली के गुंडों ने पुतिन को घेर लिया था

पुतिन को स्ट्रीट स्मार्ट भी कहा जाता है. एक बार पुतिन ने अपने बचपन की घटनाओं के बारे में बताते हुए कहा था कि जब लेनिनग्राद की सड़कों पर गुंडे उन्हें घेर लेते और लड़ाई से बचने का कोई रास्ता नहीं दिखाई देता तो वह एक बात तय करते कि पहला पंच वही मारेंगे और जोरदार मारेंगे. राजनीतिक जीवन, विरोधियों को किनारे लगाने या दुनिया को रूस की ताकत दिखाने के मामले में भी पुतिन इसी सिद्धांत पर चलते दिखाई देते हैं.

1975 में लेनिनग्राद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद पुतिन ने केजीबी में काम करना शुरू किया. उन्हें विदेशियों और वाणिज्यिक दूतावास के अधिकारियों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई थी.

जब घर चलाने के लिए चलानी पड़ी टैक्सी

एक वक्त ऐसा भी आया था जब जीवन चलाने के लिए अतिरिक्त धन की जरूरत पड़ी तो पुतिन ने खाली समय में टैक्सी चलाने का भी काम किया. दरअसल, 1991 में सोवियत संघ के 15 हिस्सों में टूटने के बाद रूस बना था. इस दौरान देश और वहां जनता की माली हालत खराब थी. उस दौरान पुतिन को घर खर्च उठाने के लिए टैक्सी भी चलानी पड़ती थी. पुतिन ने हाल में रिलीज हुई एक डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘रशिया, न्यू हिस्ट्री’  में इस बारे में बताया है.

पुतिन ने एक इंटरव्यू में यह भी बताया है कि एक समय उनके दादा एक कुक यानी रसोइया हुआ करते थे. वह रूसी क्रांति के जनक लेनिन और उनके साथी जोसेफ स्टालिन के लिए भोजन तैयार करते थे. पुतिन के मुताबिक, लेनिन और स्टालिन ने उनके दादा को यह काम सोच समझकर दिया था.

ऐसे हुई पुतिन के राजनीतिक सफर की शुरुआत
 
25 दिसंबर 1991 को मिखाइल गोर्बाचोफ ने सोवियत संघ के राष्ट्रपति का पद छोड़ा तो बोरिस येल्तसिन को सत्ता मिल गई. येल्तसिन को पुतिन का काम पसंद था. 1990 में लेनिनग्राद के मेयर के सलाहकार के तौर पर काम शुरू कर चुके पुतिन को येल्तसिन के साथ रिश्ते का फायदा मिला. उन्होंने येल्तसिन से नजदीकियां बढ़ाई. 1996 में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने पुतिन को लेनिनग्राद से मॉस्को बुला लिया और अपने प्रशासनिक दफ्तर में काम पर रख लिया. 

26 मार्च 1997 को येल्तसिन ने पुतिन को राष्ट्रपति प्रशासन का उप प्रमुख नियुक्त कर दिया. 9 अगस्त 1999 को पुतिन रूस के उप-प्रधानमंत्री बना दिए गए. इसके बाद एक दिन येल्तसिन टीवी पर आए और पुतिन को अपना उत्तराधिकारी बनाने की घोषणा की. इसके तुरंत बाद पुतिन को रूसी संघ के कार्यवाहक प्रधानमंत्री की भी जिम्मेदारी दे दी गई. इस दौरान पहली बार पुतिन ने राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी.

2012 में हुई इच्छा पूरी
 
1999 में पुतिन रूस के प्रधानमंत्री बने और 2012 वह पहली बार रूस के राष्ट्रपति बन गए. 1 मार्च 2018 को पुतिन ने अपने दो घंटे के भाषण में एक घंटा सिर्फ यह बताने में खर्च किया था कि रूस की परमाणु मिसाइलों को अमेरिका का एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम नहीं रोक सकता है.

पुतिन का पारिवार

1983 में  पुतिन ने ल्यूडमिला से शादी की थी. 2014 में दोनों अलग हो गए थे. ल्यूडमिला से पुतिन की दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी मारिया जीव विज्ञान विशेषज्ञ हैं और छोटी बेटी कातेरिना मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी में जॉब करती है. 2015 में बेटियों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर पुतिन ने सिर्फ इतना जवाब दिया था, ''वो रूस में रहती हैं और मुझे उन पर गर्व है. मैं अपने परिवार के बारे में कभी किसी से बात नहीं करता हूं.'' दावा किया जाता है 2008 से ओलंपिक मेडलिस्ट एलिना काबएवा से पुतिन के करीबी संबंध हैं. हॉलिवुड स्टार पामेला एंडरसन के साथ भी उनके रिश्ते बताए जाते हैं.

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