G-20 Summit: भारत दौरे के लिए उत्सुक होने के साथ ही निराश भी हैं अमेरिकी राष्ट्रपति, क्या शी जिनपिंग हैं वजह, जानिए
Joe Biden on G20 Summit: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद भारत में हो रहे जी-20 शिखर सम्मलेन को लेकर बेहद उत्सुक हैं. हालांकि वे एक बात को लेकर बेहद निराश भी हैं
G20 Summit: भारत में हो रहे जी-20 शिखर सम्मलेन को लेकर दुनिया भर में चर्चा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद भारत में हो रहे जी-20 शिखर सम्मलेन को लेकर बेहद उत्सुक हैं. बाइडेन ने रविवार को कहा कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी भारत यात्रा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वह इस बात से निराश हैं कि उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे. बता दें कि जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है.
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आगामी गुरुवार (7 सितंबर) को भारत आ रहे हैं. व्हाइट हाउस ने इस बात की जानकारी दी है. व्हाइट हाउस के अनुसार, जो बाइडेन आठ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इसके बाद 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
भारत यात्रा के लिए उत्सुक हैं जो बाइडेन
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बाइडन ने कहा कि वह इस हफ्ते अपनी भारत यात्रा के लिए काफी उत्सुक हैं लेकिन उन्हें निराशा है कि चीनी समकक्ष शी चिनफिंग दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग के इस सप्ताह दिल्ली में शिखर सम्मेलन में बीजिंग का प्रतिनिधित्व करने की उम्मीद है. शी ने पहले कहा था कि वह बैठक के लिए भारत की यात्रा करेंगे लेकिन चीन के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को नियमित प्रेस वार्ता में उनकी उपस्थिति की पुष्टि नहीं की. हालांकि जी20 के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी ने कहा है कि भारत जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी की भागीदारी पर चीन से लिखित पुष्टि का इंतजार कर रहा है.
इंडोनेशिया में हुई थी चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति के बीच आखिरी बार मुलाकात पिछले साल इंडोनेशिया में शिखर सम्मेलन में हुई थी. लेकिन अब मुलाकात को लेकर ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा . दरअसल, इस साल के अंत में होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच की बैठक के लिए बाइडेन सैन फ्रांसिस्को में शी से मुलाकात करेंगे.
पिछले कुछ सालों में बढ़ा है तनाव
मालूम हो कि अमेरिका और चीन के बीच पिछले कुछ सालों में तनाव बढ़ा है. इसके पीछे वैसे तो कई वजह हैं लेकिन जो मुख्य वजहें हैं उनमें सीमा शुल्क विवाद, शिनजियांग और हांगकांग में मानवाधिकार, ताइवान और दक्षिण चीन सागर पर क्षेत्रीय दावे और कई उद्योगों पर बीजिंग का बढ़ता वर्चस्व शामिल है. पिछले नवंबर में बाली में दोनों नेताओं की मुलाकात के लगभग दो महीने बाद, अमेरिका के आसमान में एक कथित चीनी जासूसी गुब्बारे ने द्विपक्षीय संबंधों में फिर से ख़राब कर दिया था.
अमेरिका ने किया था संबंधों को सुधारने का प्रयास
संबंधों में सुधार के प्रयास में, हाल ही में अमेरिकी अधिकारियों ने चीन की यात्रा की है. इनमें विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन और जलवायु के लिए अमेरिका के विशेष दूत जॉन केरी शामिल थे.
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